तोमर ने 'अमूल हनी' की शुरुआत की; कहा मधुमक्खी पालन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रही सरकार
By भाषा | Updated: September 28, 2021 22:23 IST2021-09-28T22:23:16+5:302021-09-28T22:23:16+5:30

तोमर ने 'अमूल हनी' की शुरुआत की; कहा मधुमक्खी पालन को बड़े पैमाने पर बढ़ावा दे रही सरकार
नयी दिल्ली, 28 सितंबर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को राष्ट्रीय मधुमक्खी बोर्ड (एनबीबी) के साथ मिलकर गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) द्वारा विकसित एक नया उत्पाद 'अमूल हनी' बाजार में पेश किया।
इस पेशकश के बाद तोमर ने कहा कि सरकार छोटे किसानों की आय दोगुनी करने के लिए मधुमक्खी पालन को बढ़ावा दे रही है। इसके लिए करीब 500 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है।
एक सरकारी बयान में तोमर के हवाले से कहा गया है कि एनबीबी की स्थापना विभिन्न गतिविधियों को संचालित करने के लिए भी की गई थी। उदाहरण के लिए, शहद की गुणवत्ता की जांच के लिए पांच प्रमुख प्रयोगशालाएं और 100 मिनी-शहद परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित की जा रही हैं।
इसके अलावा, तोमर ने स्थानीय शहद मानकों को सुधारकर वैश्विक स्तर पर लाने और निर्यात को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।
सहकारी मॉडल को कृषि क्षेत्र में सफलता की कुंजी बताते हुए तोमर ने कहा कि सहकारी भावना के साथ काम करने से दूध के क्षेत्र में अमूल की तरह बढ़ने में मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा कि अमूल ब्रांड के मालिक जीसीएमएमएफ ने देश में श्वेत क्रांति लाने में बड़ा योगदान दिया है।
केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि किसान न केवल शहद से बल्कि रॉयल जेली जैसे उप-उत्पादों से भी कमा सकते हैं, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी मांग और बेहतर कीमतें हैं।
इस कार्यक्रम में कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी और शोभा करंदलाजे के साथ-साथ जीसीएमएमएफ के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
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