भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिये उद्योग, सरकार को भागीदारी निभानी होगी: गोयल
By भाषा | Updated: December 15, 2020 21:56 IST2020-12-15T21:56:54+5:302020-12-15T21:56:54+5:30

भारत को 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिये उद्योग, सरकार को भागीदारी निभानी होगी: गोयल
नयी दिल्ली, 15 दिसंबर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि 2025 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करने के लिये उद्योग और सरकार को भागीदारी निभाते हुये काम करना होगा।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने कारोबारी समुदाय के साथ-साथ स्टार्टअप की क्षमता पर भरोसा जताया और कहा कि इनके बूते अगले 25 से 30 साल में भारत वैश्विक स्तर पर शीर्ष अर्थव्यवस्था बन सकता है।
उद्योग मंडल इंडियन चैंबर ऑफ कामर्स द्वारा डिजिटल तरीके से आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा, ‘‘लेकिन जो चुनौती है, उसे हमें स्वीकार करना है। जब 2047 में हम आजादी के 100 साल मना रहे होंगे, क्या हम दुनिया की नंबर एक अर्थव्यवस्था बनने का संकल्प नहीं ले सकते?’’
उन्होंने कहा कि आज दुनिया एक मजबूत वैश्विक आपूर्तिकर्ता श्रृंखला के लिये भारत को एक भरोसेमंद भागीदार के रूप में देख रही है।
मंत्री ने कहा, ‘‘अगर हमने आज इस अवसर को नहीं पकड़ा, हमारी आने वाली पीढ़ी, हमें कभी माफ नहीं करेगी। यह हमारा कर्तव्य है। हममें से प्रत्येक को इस अवसर का लाभ उठाना है, आत्मनिर्भर भारत को अपना मंत्र, प्रेरणा, लक्ष्य बनाना है।’’
गोयल ने कहा कि आत्मनिर्भर होने का मतलब दुनिया के साथ जुड़ाव को समाप्त करना नहीं है बल्कि इसके उलट भागीदारी को वैश्विक स्तर पर बढ़ाना है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें आधुनिक प्रौद्योगिकी, उपकरणों का आयात करना चाहिए जो बेहतर तरीके से काम करने में हमारी मदद कर सकता है। यह बड़े पैमाने पर, बेहतर गुणवत्ता, बेहतर उत्पादक मानक, लागत प्रतिस्पर्धी विनिर्माण में मददगार हो सकता है।
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