वैश्विक पुरस्कार से सम्मानित महाराष्ट्र के शिक्षक अब विश्वबैंक के परामर्श बोर्ड में शामिल
By भाषा | Published: June 4, 2021 11:25 PM2021-06-04T23:25:42+5:302021-06-04T23:25:42+5:30
औरंगाबाद, चार जून पिछले साल 10 लाख डॉलर के ‘ग्लोबल टीचर’ पुरस्कार के लिये चुने जाने से सुर्खियो में आये रंजीत सिंह दिसाले को विश्वबैंक ने अंतरराष्ट्रीय परामर्श बोर्ड में शामिल किया है। यह बोर्ड शिक्षा गुणवत्ता में सुधार के लिये काम करता है।
यहां से करीब 300 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के परीतेवाडी के दिसाले 11 अन्य लोगों के साथ विश्वबैंक के हाल में शुरू ‘ग्लोबल कोच’ कार्यक्रम अंतरराष्ट्रीय तकनीकी परामर्श बोर्ड से जुड़ेंगे।
दिसाले ने बृहस्पतिवार को पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘शिक्षकों के लिये प्रशिक्षण कार्यक्रम हैं। इसे विश्वबैंक ने तैयार किया है। इसे एक समिति ने बनाया है। मुझे समिति के सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है।’’
विश्वबैंक के प्रवक्ता ने इसकी पुष्टि की है।
विश्वबैंक के बयान के अनुसार बोर्ड में ऐसा काम सार्वनिक भलाई के लिए तौर पर और अवैतनिक है। पैनल हर छह महीने में दो घंटे के लिए बैठक करेगा। परियोजना दिसंबर 2024 में समाप्त होगी। इस हिसाब से बैठक में लगने वाला कुल समय 10 घंटे से अधिक नहीं होगा।
इसमें कहा गया है कि ग्लोबल कोच प्रोग्राम का मकसद शिक्षक पेशेवर विकास (टीपीडी) कार्यक्रमों और प्रणालियों में सुधार करने में देशों की मदद कर सीखने में तेजी लाना है।
अंतरराष्ट्रीय तकनीकी परामर्श बोर्ड में 12 लोग हैं। ये लोग शोध, नीति निर्माण और शिक्षा से जुड़े होते हैं।
दिसाले को लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने और देश में क्यूआर (त्वरित प्रतिक्रिया) कोड आधारित पाठ्यपुस्तक क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम करने को लेकर पिछले साल दिसंबर में 10 लाख अमेरिकी डॉलर के वैश्विक शिक्षक पुरस्कार 2020 के लिये चुना गया था।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।