गुरुवार को स्थिरता की तरफ बढ़ रहे शेयर बाजार शुक्रवार को एक बड़े झटके के साथ खुले। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में बड़ी गिरावट दर्ज की गई। सेंसेक्स 550 अंक टूटकर 33,849 पर कारोबार कर रहा है। निफ्टी 170 अंक टूटकर 10,400 से नीचे आ गया। माना जा रहा है कि एशिया के बाजारों में यह गिरावट अमेरिकी बाजारों को देखकर आई है। पिछले सात दिनों सेंसेक्स 2,200 अंक टूट चुका है।
अमेरिकी शेयर बाजार में सप्ताह में दूसरी बार प्रमुख सूचकांक डॉव जोंस में 1,000 अंकों से अधिक की गिरावट दर्ज हुई है। सीएनएन के मुताबिक, डॉव जोंस इंडिस्ट्रयल एवरेज गुरुवार के कारोबार में 1,033 अंकों यानी 4.15 फीसदी की गिरावट के साथ 23,860.46 पर बंद हुआ।
यह अमेरिकी शेयर बाजार के इतिहास में दूसरी सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले सोमवार को भी बाजार में डॉव जोंस 1,175 अंक टूट गया था। नैस्डैक सूचकांक 274.82 अंकों यानी 3.90 फीसदी की गिरावट के साथ 6,777.16 पर बंद हुआ जबकि एसएंडपी 500 सूचकांक 100.66 अंकों यानी 3.75 फीसदी की गिरावट के साथ 2,581.00 पर बंद हुआ। विश्लेषकों ने ब्याज दरों में बढ़ोतरी को इसकी वजह बताया है।
बजट पेश किए जाने के बाद लगातार सात दिनों से जारी गिरावट गुरुवार को थमी थी। सेंसेक्स 330 अंक चढ़ा था। लेकिन शुक्रवार सुबह फिर बड़ी गिरावट दर्ज की गई। गुरुवार को सेंसेक्स 330.45 अंक या 0.97 प्रतिशत की बढ़त से 34,413.16 अंक पर बंद हुआ. पिछले सात दिनों में सेंसेक्स 2,200.54 अंक टूटा. जबकि निफ्टी 100.15 अंक या 0.96 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,576.85 अंक पर बंद हुआ।
इससे पहले 6 फरवरी 2018 को वैश्विक बाजारों में बिकवाली के चलते प्रमुख सूचकांक करीब 1300 अंक टूटकर खुला था। निफ्टी भी 168 अंक की कमजोरी के साथ 10,498 पर बंद हुआ। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप इंडेक्स में 1.62 प्रतिशत और स्मॉल कैप में 2.77 प्रतिशत की कमजोरी देखने को मिली थी।