मुंबई: शेयर बाजार में कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार को भी तेजी का दौर जारी रहा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 163 अंक ऊपर अब तक के रिकॉर्ड उच्चतम स्तर 60,048 पर बंद हुआ। वहीं 50 शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 30 अंक ऊपर 17,853 पर बंद हुआ।
इससे पहले सुबह बाजार पहली बार शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स 350 अंक से अधिक बढ़कर पहली बार 60,000 अंक के स्तर को पार कर गया था। इंफोसिस, एचडीएफसी बैंक और टीसीएस जैसे बड़े शेयरों में तेजी के चलते ये उछाल आया। इसके अलावा एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक के शेयरों में भी उछाल रहा।
वहीं, टाटा स्टील, JSE स्टील, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, श्री सीमेंट, एक्सिस बैंक, आईटीसी, ओनजीसी और टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स के शेयरों में सुस्ती रही।
शेयर बाजारों में गुरुवार को भी जोरदार तेजी रही थी और बीएसई सेंसेक्स 958 अंक उछलकर सबसे ऊंचे स्तर 59,885.36 अंक पर बंद हुआ था। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 276.30 अंक यानी 1.57 प्रतिशत उछलकर रिकार्ड 17,822.95 अंक पर बंद हुआ था।
कोविड के दौर में गिरावट के बाद रिकॉर्ड तेजी
पिछले साल कोविड महामारी के साये के बीच 24 मार्च, 2020 को 25,638 के निचले स्तर से बीएसई सेंसेक्स 18 महीनों के भीतर लगभग 125 प्रतिशत बढ़ गया है।
बता दें कि सेंसेक्स को 1,000 अंक से ऐतिहासिक 60,000 के स्तर तक पहुंचने में 31 साल से थोड़ा अधिक समय लगा। सूचकांक 25 जुलाई 1990 को 1,000 अंक पर था और चार मार्च 2015 इसने 30,000 अंक के स्तर को छुआ। सेंसेक्स को 30,000 अंक का स्तर छूने में 25 साल लग गए। इसके बाद छह साल में सेंसेक्स 30,000 से बढ़कर 60,000 के स्तर पर पहुंच गया।