अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा अगले वित्त वर्ष में भारत की विकास दर 7.4 फीसदी रहने का अनुमान जताने से मंगलवार (23 जनवरी) को घरेलू शेयर बाजार को बल मिला। देश के शेयर बाजार के शुरुआती कारोबार में ही सेंसेक्स 36,000 के मनोवैज्ञानिक स्तर को पार कर गया, जबकि निफ्टी 11,000 को मनोवैज्ञानिक स्तर को पार करने में कामयाब रहा।
अपराह्न 11.30 बजे सेंसेक्स 207.59 अंकों की मजबूती के साथ 36,005.60 पर, जबकि निफ्टी 77.90 अंकों की मजबूती के साथ 11,044.10 पर कारोबार करते देखा गया।
बाजार विश्लेषकों ने कंपनियों की तीसरे तिमाही के सकारात्मक नतीजों, विदेशी पूंजी के निवेश और धातु, तेल एवं गैस, आईटी और बैंकिंग में अधिक खरीदारी को इस मजबूती की वजह बताया। सेंसेक्स ने अब तक के एकदिनी कारोबार में 36060.71 के ऊपरी स्तर को छू लिया, जबकि निफ्टी 11,053.05 के ऊपरी स्तर तक चला गया।
गौरतलब है कि आईएमएफ ने सोमवार को एक बार फिर दोहराया था कि भारतीय अर्थव्यवस्था अगले वित्त वर्ष में 7.4 फीसदी की दर से बढ़ेगी और वह दोबारा दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था का रैंकिंग हासिल कर लेगी। आईएमएफ द्वारा डावोस में जारी विश्व आर्थिक परिदृश्य अपडेट में भारत सरकार की तुलना में भारतीय अर्थव्यवस्था की कहीं अधिक गुलाबी तस्वीर पेश की गई।