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Sensex crashes 839 points: चीन के साथ तनाव, बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स ने लगाया 839 अंक का गोता

By भाषा | Updated: August 31, 2020 17:58 IST

839.02 अंक यानी 2.13 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 38,628.29 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 260.10 अंक यानी 2.23 प्रतिशत टूटकर 11,387.50 अंक पर बंद हुआ।

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ठळक मुद्देजारी तेजी पर सोमवार को विराम लग गया और बीएसई सेंसेक्स 839 अंक का गोत लगा गया।भारत-चीन के बीच सीमा पर नये सिरे से तनाव की खबर से घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली का जोर रहा। मुनाफावसूली और कमजोर वृहत आर्थिक आंकड़े से भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा और गिरावट आयी।

मुंबईः शेयर बाजारों में पिछले छह कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर सोमवार को विराम लग गया और बीएसई सेंसेक्स 839 अंक का गोत लगा गया। भारत-चीन के बीच सीमा पर नये सिरे से तनाव की खबर से घरेलू शेयर बाजार में बिकवाली का जोर रहा।

कारोबारियों के अनुसार उच्च स्तर पर मुनाफावसूली और कमजोर वृहत आर्थिक आंकड़े से भी निवेशकों की धारणा पर असर पड़ा और गिरावट आयी। शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 543 अंक मजबूत होकर 40,000 अंक के स्तर को पार कर गया था। लेकिन बाद में यह नीचे आया और अंत में 839.02 अंक यानी 2.13 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 38,628.29 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 260.10 अंक यानी 2.23 प्रतिशत टूटकर 11,387.50 अंक पर बंद हुआ।

भारतीय सेना ने सोमवार को कहा कि भारतीय जवानों ने पैंगोंग सो झील क्षेत्र में 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात यथास्थिति बदलने के चीन की पीएलए (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) के ‘उकसावे’ वाले सैन्य अभियान को विफल कर दिया। सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में सन फार्मा रही। इसमें 7 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आयी। एसबीआई, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा और मारुति में भी गिरावट दर्ज की गयी।

केवल ओएनजीसी और टीसीएस लाभ में रहें। आनंद राठी के इक्विटी शोध प्रमुख (फंडामेंटल) नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि भारतीय बाजार बढ़त के साथ खुला लेकिन चीन के साथ सीमा पर तनाव की रिपोर्ट से दोपहर कारोबार में तेजी को बरकरार नहीं रख पाया। उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही सेबी की मार्जिन के संबंध में नई व्यवस्था मंगलवार से शुरू हो रही है। इसका असर मझोले और छोटी कंपनियों के शेयरों पर पड़ा। इन शेयरों में आक्रमक तरीके से मुनाफावसूली देखी गयी।’’

इसके अलावा बुनियादी उद्योग के उत्पादन के कमजोर आंकड़े से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। आठ बुनियादी उद्योग का उत्पादन जुलाई में 9.6 प्रतिशत घटा। यह लगातार पांचवां महीना है जब बुनियादी उद्योगों का उत्पादन घटा है। मुख्य रूप से इस्पात, रिफाइनरी उत्पादों और सीमेंट के उत्पादन में कमी से उत्पादन कम हुआ है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के सोमवार को जारी आंकड़े के अनुसार आठ बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में जुलाई 2019 में 2.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी।

निवेशकों को सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े की प्रतीक्षा है, जो आज शाम जारी होने हैं। एशिया के अन्य बाजारों में चीन में शंघाई, हांगकांग और दक्षिण कोरिया का सोल नुकसान में रहे जबकि जापान का टोक्यो लाभ में रहा। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरूआती कारोबार में तेजी रही। इस बीच, वैश्विक मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 1.48 प्रतिशत मजबूत होकर 46.49 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।

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