ऋणशोधन प्रक्रिया वाली कंपनियों पर सेबी ने कसा शिंकजा, 11 जून से अतिरिक्त निगरानी
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: June 9, 2018 07:39 PM2018-06-09T19:39:48+5:302018-06-09T19:39:48+5:30
बाजार नियामक सेबी व स्टाक एक्सचेंजों ने ऋणशोधन निपटान प्रक्रिया (आईआरपी) के तहत आई कंपनियों के लिए सोमवार से अतिरिक्त निगरानी उपाय करने का फैसला किया है।
मुंबई, 9 जून। बाजार नियामक सेबी व स्टाक एक्सचेंजों ने ऋणशोधन निपटान प्रक्रिया (आईआरपी) के तहत आई कंपनियों के लिए सोमवार से अतिरिक्त निगरानी उपाय करने का फैसला किया है। बीएसई ने एक बयान में यह जानकारी दी है। इसमें कहा गया है ,‘ पहले से ही लागू अनेक निगरानी कदमों की निरंतरता में सेबी व एक्सचेंजों ने फैसला किया है कि 11 जून 2018 से उन कंपनियों के लिए निगरानी उपाय लागू होंगे जो आईआरपी के तहत हैं। ’
इसके तहत आईबीसी के अधीन पहले ही ऋणशोधन प्रक्रिया से गुजर रही कंपिनयों को पर पूर्व निर्धारित लक्षित मानकों के हिसाब से निगरानी रखी जाएगी। प्रमुख स्टाक एक्सचेंज बीएसई के आंकड़ों के अनुसार 75 कंपनियां इस समय ऋणशोधन व दीवाला संहिता (आईबीसी) के तहत ऋणशोधन प्रक्रिया से गुजर रही हैं।
इनमें एबीजी शिपयार्ड , एमटेक आटो , भूषण स्टील , जेपी इन्फ्राटेक , इलेक्ट्रोस्टील स्टील्स , मंधाना इंडस्ट्रीज , मोनेट इस्पात एंड एनर्जी , रूचि सोया , सुप्रीम टेक्स मार्ट , वर्धमान इंडस्ट्रीज तथा रेई एग्रो शामिल है। बाजार नियामक सेबी व स्टाक एक्सचेंज निवेशकों के हितों की रक्षा के लिए अनेक ऐसे कदम उठा रहे हैं जिससे निगरानी व्यवस्था को मजबूत बनाया जा सके।