Rupee to dollar: रुपये में भारी गिरावट, पहली बार 76 के पार, कोरोना वायरस से चिंता बढ़ी
By भाषा | Updated: April 8, 2020 18:51 IST2020-04-08T18:51:05+5:302020-04-08T18:51:05+5:30
देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के चलते अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में भारी गिरावट आई। रुपया पहली बार 75 के पार चला गया। मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों से चिंता बढ़ी है। इसका अर्थव्यवस्था पर गहरा असर पड़ सकता है।

अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया 75.83 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला। बाद में इसमें और गिरावट आई।
नई दिल्लीः देश में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने और घरेलू शेयर बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच बुधवार को रुपया 70 पैसे टूटकर 76.34 प्रति डॉलर के अपने सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। ऐसी अटकलें हैं कि सरकार 21 दिन की लॉकडाउन की अवधि को 14 अप्रैल से आगे बढ़ा सकती है।
फॉरेक्स डीलरों ने कहा कि ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में तेजी और अमेरिकी डॉलर इंडेक्स मजबूत होने की वजह रुपये की धारणा पर असर पड़ा। अंतरबैंक विदेशी विनिमय बाजार में रुपया 75.83 प्रति डॉलर पर कमजोर खुला। बाद में इसमें और गिरावट आई।
अंत में रुपया 70 पैसे की बड़ी गिरावट के साथ 76.34 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। मंगलवार को रुपया 75.64 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। कोराना वायरस के कारण रिजर्व बैंक ने 7-17 अप्रैल तक विदेशी मुद्राओं, सरकारी बांड और कॉल मनी बाजार में कारोबार का समय घटा कर सुबह 10 से दोपहर बाद दो बजे तक कर दिया है। कारोबारियों ने कहा कि कोरोना वायरस के देश दुनिया की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर को लेकर निवेशकों की धारणा कमजोर बनी हुई है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के प्रमुख-परामर्श (पीसीजी) देवर्ष वकील ने कहा कि अन्य एशियाई मुद्राओं के रुख की वजह से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में जोरदार गिरावट आई। इसके अलावा डॉलर इंडेक्स ऊंचा होने से भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई।
छह मुद्राओं की तुलना में डॉलर की मजबूती का संकेत देने वाला डॉलर इंडेक्स 0.25 प्रतिशत की बढ़त के साथ 100.15 पर पहुंच गया। एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक (जिंस एवं मुद्रा) जतीन त्रिवेदी ने कहा कि रुपये में गिरावट की प्रमुख वजह कच्चे तेल के आयातकों की लिवाली के बीच स्थानीय शेयर बाजारों से विदेशी कोषों की निकासी है।