डॉलर के मुकाबले अबतक के सबसे निचले स्तर 77.82 पर पहुंचा रुपया, ये चीजें हो जाएंगी महंगी
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 10, 2022 11:17 AM2022-06-10T11:17:01+5:302022-06-10T11:30:31+5:30
शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को शुद्ध रूप से 1,512.64 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
मुंबईः विदेशी बाजार में डॉलर की मजबूती के चलते रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले आठ पैसे की गिरावट के साथ 77.82 के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गया। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.81 पर कमजोर रुख के साथ खुला, और फिर 77.82 पर आ गया, जो इसका सर्वकालिक निम्न स्तर है।
रुपये में पिछले बंद भाव के मुकाबले आठ पैसे की गिरावट हुई। रुपया गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले छह पैसे गिरकर 77.74 पर बंद हुआ था। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.66 प्रतिशत गिरकर 122.26 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। इस बीच छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.04 प्रतिशत की गिरावट के साथ 103.17 पर था।
शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को शुद्ध रूप से 1,512.64 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
रुपए के कमजोर होने से किसपर प्रभाव पड़ेगा?
जानकारों के मुताबिक, रुपए के कमजोर होने से आयात महंगा होगा। इसके साथ ही पेट्रोल- डीजल के दामों में भी बढ़ोत्तरी होगी। इसके साथ ही तेल के भाव में भी इजाफा होगा। वहीं विदेश में पढ़ रहे छात्रों की जेब पर भी काफी फर्क पड़ेगा। आयातीत समानों के दाम भी बढ़ेंगे। वहीं दूसरे देशों से मंगाए जाने वाले फोन, लैपटॉप और दूसरे सामान भी मंहगे होंगे। जबकि इससे निर्यातकों को फायदा होगा।