मुंबई, 14 जुलाई रुपये में पिछले तीन सत्रों से जारी तेजी पर विराम लग गया। विदेशों में डॉलर के मजबूत होने तथा कमजोर वृहद आर्थिक आंकड़ों के कारण विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपये की विनिमय दर 10 पैसे की गिरावट के साथ 74.59 पर बंद हुई।
अमेरिकी मुद्रास्फीति के आंकड़े जून में 13 माह के उच्चतम स्तर को छू गये। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पावेल की टिप्पणी के पहले अमेरिकी डॉलर अपने तीन माह के उच्चतम स्तर के करीब पहुंच गया।
अन्तर बैंक विदेशी विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 74.57 पर खुला। कारोबार के दौरान यह लुढ़कता हुआ अंत में पिछले कारोबारी सत्र के मुकाबले 10 पैसे की गिरावट के साथ 74.59 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
मंगलवार को रुपया प्रति डॉलर 74.49 पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक बुधवार को 92.83 प्रतिशत की ऊंचाई को छूने के बाद घटकर 92.70 रह गया।
एमके ग्लोबल फाइनेंशल सर्विसेज के मुद्रा विभाग के शोध प्रमुख राहुल गुप्ता ने कहा, ‘‘बाजार का ध्यान इस बात पर है कि जेरोम पॉवेल बढ़ते अमेरिकी सीपीआई मुद्रास्फीति आंकड़े पर क्या प्रतिक्रिया देंगे और फेडरल रिजर्व नीति कितने समय तक बेहद-ढीली बनी रह सकती है।’’
बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 134.32 अंक की तेजी के साथ 52,904.05 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक जिंस वायदा बाजार में ब्रेंट क्रूड की दर 0.75 प्रतिशत घटकर 75.92 डॉलर प्रति बैरल रह गयी।
एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने मंगलवार को 113.83 करोड़ रुपये के शेयरों की लिवाली की।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।