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Retail Inflation: खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से चार महीने के उच्च स्तर खुदरा मुद्रास्फीति, दिसंबर में 5.69 प्रतिशत पर, औद्योगिक उत्पादन नवंबर में 2.4 प्रतिशत बढ़ा

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 12, 2024 18:12 IST

Retail Inflation: राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर महीने में बढ़कर 9.53 प्रतिशत हो गयी हो गयी जो इससे पिछले महीने 8.7 प्रतिशत और एक साल पहले के इसी महीने में 4.9 प्रतिशत थी।

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ठळक मुद्देबीते साल अगस्त में मुद्रास्फीति 6.83 प्रतिशत के उच्च स्तर पर पहुंच गयी थी।भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति समीक्षा पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति को ध्यान में रखता है। मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है।

Retail Inflation: खाद्य वस्तुओं के दाम बढ़ने से खुदरा मुद्रास्फीति पिछले महीने बढ़कर चार महीनों के उच्च स्तर 5.69 प्रतिशत पर पहुंच गयी। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति नवंबर, 2023 में 5.55 प्रतिशत और दिसंबर, 2022 में 5.72 प्रतिशत रही थी। इससे पहले, बीते साल अगस्त में मुद्रास्फीति 6.83 प्रतिशत के उच्च स्तर पर पहुंच गयी थी।

राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं की खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर महीने में बढ़कर 9.53 प्रतिशत हो गयी हो गयी जो इससे पिछले महीने 8.7 प्रतिशत और एक साल पहले के इसी महीने में 4.9 प्रतिशत थी। भारतीय रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति समीक्षा पर विचार करते समय मुख्य रूप से खुदरा मुद्रास्फीति को ध्यान में रखता है। उसे मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है।

देश का औद्योगिक उत्पादन नवंबर में 2.4 प्रतिशत बढ़ा

देश का औद्योगिक उत्पादन नवंबर महीने में विनिर्माण क्षेत्र में नरमी आने से 2.4 प्रतिशत की दर से बढ़ा जबकि एक साल पहले इसी समान महीने में यह 7.6 प्रतिशत बढ़ा था। शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के संदर्भ में मापा जाने वाला कारखाना उत्पादन नवंबर 2023 में 2.4 प्रतिशत बढ़ गया।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की तरफ से जारी आंकड़े बताते हैं कि नवंबर, 2023 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 1.2 प्रतिशत बढ़ा जबकि खनन क्षेत्र का उत्पादन 6.8 प्रतिशत बढ़ गया। वहीं आलोच्य अवधि में देश का बिजली उत्पादन 5.8 प्रतिशत बढ़ गया। इसके साथ ही चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों (अप्रैल-नवंबर) में देश का औद्योगिक उत्पादन 6.4 प्रतिशत की दर से बढ़ा है। एक साल पहले की समान अवधि में यह 5.6 प्रतिशत बढ़ा था।

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