रिजर्व बैंक ने रेपो रेट को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा, नहीं मिलेगी EMI पर कोई राहत
By भाषा | Published: October 9, 2020 10:53 AM2020-10-09T10:53:22+5:302020-10-09T10:53:39+5:30
रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है। फिलहाल रेपो रेट 4 और रिवर्स रेपो रेट 3.35 प्रतिशत है।
मुंबई: भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर रेपो को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा है। रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति की समीक्षा के बारे में जानकारी देते हुए यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि आरबीआई आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने के लिये उदार रुख को बनाये रखेगा। नरम रुख से कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यववस्था को गति देने के लिये जरूरत पड़ने पर नीतिगत दरों में कटौती की जा सकती है।
रेपो रेट 4 प्रतिशत पर बरकरार
आरबीआई गवर्नर ने कहा, ‘नीतिगत दर रेपो को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा जा रहा है।’ रिवर्स रेपो दर 3.35 प्रतिशत पर बनी रहेगी। दास ने कहा कि मैद्रिक नीति समिति ने नीतिगत दर को यथावत रखने और आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिये उदार रुख बनाये रखने के पक्ष में मतदान किया।
उन्होंने कहा कि पहली छमाही में जो पुनरूद्धार देखने को मिला है, वह दूसरी छमाही में और मजबूत होगा। तीसरी तिमाही में आर्थिक गतिविधियां तेज होने की उम्मीद है। दास ने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद में गिरावट पर विराम लगेगा और चौथी तिमाही में यह सकारात्मक दायरे में पहुंच जायेगी।
गवर्नर दास ने कहा कि जीडीपी में चालू वित्त वर्ष में 9.5 प्रतिशत की गिरावट आने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी और जनवरी-मार्च तिमाही में यह सकारात्मक दायरे में पहुंच सकती है। मौद्रिक नीति समिति की बैठक बुधवार को शुरू हुई थी।