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महंगाई, वृद्धि, मुद्रा संकट का सबसे बुरा दौर पीछे छूटा- बोले आरबीआई गवर्नर, कहा-अनिश्चित अंतरराष्ट्रीय माहौल में 'हमारी अर्थव्यवस्था है अभी मजबूत'

By भाषा | Updated: January 27, 2023 21:25 IST

मामले में बोलते हुए आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि ''हमारी वित्तीय प्रणाली मजबूत और स्थिर बनी हुई है। बैंक और कंपनियां पहले की तुलना में बेहतर हैं। बैंक ऋण दहाई अंकों में बढ़ रहा है। हमें आमतौर पर एक उदास दुनिया में उम्मीद की किरण के रूप में देखा जाता है। हमारी मुद्रास्फीति उच्च बनी हुई है, लेकिन नवंबर और दिसंबर में उल्लेखनीय कमी हुई है।''

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ठळक मुद्देआरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने देश की आर्थिक वृद्धि, मुद्रास्फीति और मुद्रा के ताजा आंकड़े को लेकर चर्चा की है। उन्होंने कहा है कि महंगाई, वृद्धि और मुद्रा संकट का सबसे बुरा दौर पीछे छूट चूका है। ऐसे में दास ने यह भी कहा है कि इस अनिश्चित अंतरराष्ट्रीय माहौल में ''हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है।''

मुंबई:भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि आर्थिक वृद्धि, मुद्रास्फीति और मुद्रा के ताजा आंकड़े बताते हैं कि वित्त बाजारों और विश्व अर्थव्यवस्था का सबसे बुरा दौर पीछे छूट चुका है। दास ने साथ ही यह भी कहा है कि उच्च दरें लंबे समय तक बनी रह सकती हैं। 

इस पर बोलते हुए उन्होंने आगे कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के 2023 में उल्लेखनीय रूप से गिरावट आने की आशंका है, लेकिन ऐसा लगता है कि वृद्धि और मुद्रास्फीति, दोनों मामले में सबसे खराब दौर पीछे छूट गया है। 

महंगाई, वृद्धि, मुद्रा के संकट पर क्या बोले आरबीआई के गवर्नर 

आपको बता दें कि दास ने फिक्स्ड इनकम मनी मार्केट एंड डेरिवेटिव्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (फिम्मडा) और प्राइमरी डीलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (पीडीआईए) की दुबई में वार्षिक बैठक के दौरान यह बात कही है। 

मामले में उन्होंने कहा है कि कोविड महामारी के चलते लागू किए गए प्रतिबंधों में राहत और विभिन्न देशों में मुद्रास्फीति कुछ कम होने के साथ केंद्रीय बैंकों ने दर में कम वृद्धि या ठहराव के संकेत देने शुरू कर दिए हैं। हालांकि महंगाई दर अभी भी अधिक है। 

शक्तिकांत दास ने वृद्धि के मोर्चे पर क्या बोला 

इस पर दास ने साथ में यह भी कहा है कि केंद्रीय बैंक मुद्रास्फीति को अपने लक्ष्य के दायरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोड़ा कि उच्च दरें लंबे समय तक बनी रह सकती हैं। वृद्धि के मोर्चे पर उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले तक व्यापक और गंभीर मंदी की आशंका थी, लेकिन अब लग रहा है कि सामान्य मंदी रहेगी। 

अनिश्चित अंतरराष्ट्रीय माहौल में ''हमारी अर्थव्यवस्था है अभी मजबूत'- आरबीआई गवर्नर 

मामले में आरबीआई के गवर्नर ने कहा है कि ऐसे अनिश्चित अंतरराष्ट्रीय माहौल में ''हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है'' और वृहत आर्थिक आर्थिक आंकड़े मजबूत हैं। दास ने आगे कहा है कि ''हमारी वित्तीय प्रणाली मजबूत और स्थिर बनी हुई है। बैंक और कंपनियां पहले की तुलना में बेहतर हैं। बैंक ऋण दहाई अंकों में बढ़ रहा है। हमें आमतौर पर एक उदास दुनिया में उम्मीद की किरण के रूप में देखा जाता है। हमारी मुद्रास्फीति उच्च बनी हुई है, लेकिन नवंबर और दिसंबर में उल्लेखनीय कमी हुई है।'' 

यही नहीं घरेलू वित्तीय बाजारों के बारे में दास ने यह कहा है कि ''हम वित्तीय बाजारों को विकसित करने में 1990 के दशक से एक लंबा सफर तय कर चुके हैं।''  

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