रतलाम मंडल डिजिटल क्रांति: क्यूआर कोड से मार्च 2025 तक 5.20 लाख से अधिक टिकटों की बुकिंग, 4 गुना बढ़ोतरी, देखें आंकड़े
By मुकेश मिश्रा | Updated: April 9, 2025 19:28 IST2025-04-09T19:27:08+5:302025-04-09T19:28:07+5:30
Ratlam Division Digital Revolution: अगस्त 2024 में यह सुविधा शुरू की गई थी और इसके तुरंत बाद डिजिटल बुकिंग में दो प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई।

सांकेतिक फोटो
Ratlam Division Digital Revolution: भारत में तेज़ी से बढ़ते डिजिटलीकरण की लहर अब रेलवे के अनारक्षित टिकटों की बुकिंग तक पहुंच गई है। पश्चिम रेलवे के रतलाम मंडल में इस दिशा में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है, जहां डिजिटल माध्यमों से अनारक्षित टिकटों की बुकिंग में लगभग चार गुना की बढ़ोतरी देखी गई है। वित्तीय वर्ष 2024-25 की शुरुआत में अप्रैल माह में जहां डिजिटल बुकिंग का आंकड़ा मात्र 3.54% था, वहीं मार्च 2025 तक यह बढ़कर 12.67% तक पहुंच गया। इस बढ़ोतरी के पीछे सबसे बड़ा कारण रहा सभी टिकट खिड़कियों पर क्यूआर कोड की सुविधा का उपलब्ध होना।
अगस्त 2024 में यह सुविधा शुरू की गई थी और इसके तुरंत बाद डिजिटल बुकिंग में दो प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। मार्च 2025 तक सिर्फ क्यूआर कोड के माध्यम से ही 5.20 लाख से अधिक टिकटों की बुकिंग की जा चुकी है। इसके अलावा, एटीवीएम (ऑटोमेटेड टिकट वेंडिंग मशीन) और यूटीएस मोबाइल ऐप जैसे विकल्पों ने भी यात्रियों को डिजिटल विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित किया है।
आंकड़ों के अनुसार, एटीवीएम से बुकिंग में 12.49% और मोबाइल ऐप के माध्यम से बुकिंग में 124.20% की वृद्धि दर्ज की गई है। डिजिटल माध्यमों से टिकट बुकिंग न केवल यात्रियों के लिए समय और सुविधा का लाभ दे रही है, बल्कि रेलवे प्रशासन के लिए भी यह एक प्रभावी और सुलभ प्रणाली बनती जा रही है। मंडल निरंतर प्रयासरत है कि यात्रियों को और अधिक सहज डिजिटल अनुभव प्रदान किया जा सके।