कांग्रेस के भारत बंद से पहले राजस्थान सरकार का मास्टर-स्ट्रोक, पेट्रोल-डीजल पर 4% वैट घटाया
By स्वाति सिंह | Published: September 9, 2018 08:27 PM2018-09-09T20:27:24+5:302018-09-09T23:22:39+5:30
राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगे वैट में चार प्रतिशत किया है। इसके चलते यहां पेट्रोल में 2.50 रुपये की कमी आएगी।
जयपुर, 9 सितंबर: लगातार बढ़ रहे पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के खिलाफ कांग्रेस ने सोमवार को भारत बंद का ऐलान किया है। उनके बंद का तमाम विपक्षी दलों का समर्थन मिला है। लेकिन उससे पहले ही राजस्थान की वसुधंरा सरकार ने मास्टरस्ट्रोक चला है। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर लगाम कसने के लिए रविवार को राजस्थान सरकार ने कदम उठाया है। राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर लगे वैट में चार प्रतिशत किया है। इसके चलते यहां पेट्रोल में 2.50 रुपये की कमी आएगी।
Rajasthan reduces VAT on petrol and diesel by 4 per cent, applicable from midnight today. pic.twitter.com/4IrSJNoZZ4
— ANI (@ANI) September 9, 2018
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपनी राजस्थान गौरव यात्रा के तहत हनुमानगढ़ के रावतसर कस्बे में एक सभा में पेट्रोलियम ईंधन सस्ता करने वाले इस निर्णय की घोषणा की। इसके तहत राज्य में वैट पेट्रोल पर 30 से घटाकर 26 प्रतिशत और डीजल पर 22 से घटाकर 18 प्रतिशत किया गया है।
मुख्यमंत्री राजे ने कहा कि राज्य की आम जनता, किसानों व गृहिणियों को राहत देने के लिए राज्य सरकार ने यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि इससे सरकार को 2000 करोड़ रुपये के राजस्व की हानि होगी।
राजे ने यह घोषणा ऐसे समय में की है जबकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दाम के खिलाफ सोमवार को भारत बंद की घोषणा कर रखी है।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें रविवार को एक नये रिकॉर्ड पर पहुंच गईं। वैश्विक बाजार में कच्चे तेल के बढ़ते दाम और रुपये में गिरावट से ईंधन की कीमतों में तेजी बनी हुई है।
सरकारी ईंधन विपणन कंपनियों द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार रविवार को दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 12 पैसे और डीजल की 10 पैसे प्रति लीटर बढ़ गई। दिल्ली में रविवार को पेट्रोल की कीमत 80.50 रुपये और डीजल की कीमत 72.61 रुपये प्रति लीटर हो गई। यह ईंधन की कीमत का नया उच्च स्तर है।
सभी मेट्रो शहरों और अधिकतर राज्यों की राजधानी के मुकाबले दिल्ली में ईंधन की कीमत सबसे कम है। ईंधन के दामों में उछाल की अहम वजह विभिन्न कारणों से कच्चे तेल के बाजार में लगातार तेजी और अमेरिकी डॉलर की रिकार्ड मजबूती है। इससे कुल मिला कर कच्चे तेल का आयात महंगा हुआ है।
भारत को अपनी जरूरत का 80 प्रतिशत से अधिक तेल आयात करना होता है। इससे पहले रविवार को पंजाब और कर्नाटक में पेट्रोल-डीजल जल्दी ही सस्ता करने की बात कही थी। ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) की हिमाचल प्रदेश प्रभारी रजनी पाटिल ने रविवार को यह जानकारी यहां दी।
(भाषा इनपुट के साथ)