देश की मल्टिप्लेक्स इंडस्ट्री में हुआ बड़ा बदलाव, PVR और INOX का हुआ विलय
By रुस्तम राणा | Updated: March 27, 2022 17:17 IST2022-03-27T17:16:21+5:302022-03-27T17:17:39+5:30
इस डील के बाद अब फिल्म एग्जिबिशन इंडस्ट्री का एक नया रूप देखने को मिल सकता है। विलय के बाद पीवीआर और आईनॉक्स लीजर संयुक्त रूप से पूरे भारत में 1,500 से अधिक स्क्रीनों के मालिक होंगे।

देश की मल्टिप्लेक्स इंडस्ट्री में हुआ बड़ा बदलाव, PVR और INOX का हुआ विलय
मुंबई: देश की दो सबसे बड़ी मल्टिप्लेक्स चेन पीवीआर सिनेमाज (PVR Cinemas) और आईनॉक्स लीजर (INOX Leisure) के बीच विलय की घोषणा हो चुकी है। रविवार को पीवीआर और आईनॉक्स कंपनी के बोर्ड्स की मीटिंग में यह फैसला लिया गया। इस विलय के बाद पीवीआर के सीएमडी अजय बिजली ही कंपनी के नए एमडी होंगे।
पूरे भारत में 1,500 से अधिक स्क्रीनों के संयुक्त रूप से दोनों होंगे मालिक
विलय के बाद पीवीआर और आईनॉक्स लीजर संयुक्त रूप से पूरे भारत में 1,500 से अधिक स्क्रीनों के मालिक होंगे। पीवीआर लिमिटेड ने रविवार को कहा कि उसके निदेशक मंडल ने कंपनी में और उसके साथ आईनॉक्स लीजर लिमिटेड के मर्जर योजना को मंजूरी दे दी है। आईनॉक्स के बोर्ड ने विलय योजना को भी मंजूरी दे दी है। बता दें कि इस डील के बाद अब फिल्म एग्जिबिशन इंडस्ट्री का एक नया रूप देखने को मिल सकता है।
PVR and INOX announce their merger. pic.twitter.com/Z24VZogJi8
— ANI (@ANI) March 27, 2022
विलय के बाद दोनों फर्मों के बीच ऐसी रहेगी हिस्सेदारी
बता दें कि पीवीआर और आईनॉक्स दोनों ही कंपनियां शेयर बाजार में लिस्टेड हैं। विलय के बाद, आईनॉक्स प्रमोटरों की संयुक्त यूनिट में 16.66 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, जबकि पीवीआर प्रमोटरों की 10.62 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी। विलय के बाद आईनॉक्स के प्रमोटर्स पीवीआर के मौजूदा प्रमोटर्स के साथ विलय की गई यूनिट में को-प्रमोटर बन जाएंगे।
बाजार में 16,000 करोड़ रुपये से अधिक मार्केट कैप संयुक्त विलय वाली कंपनी
शेयर बाजार में आईनॉक्स लीजर का शेयर शुक्रवार को 6 फीसदी से अधिक बढ़कर 470 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था, जिसका मार्केट कैप 5,700 करोड़ रुपये था। पीवीआर का शेयर शुक्रवार को 1.55 प्रतिशत की तेजी के साथ 1804 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ, जिसका मार्केट कैपिटल 11,100 करोड़ रुपये से अधिक था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, संयुक्त विलय वाली कंपनी 16,000 करोड़ रुपये से अधिक मार्केट कैप वाली एक बड़ी कंपनी बनाएगी।