पीएनबी Scam: 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद 1415 कर्मचारियों का ट्रांसफर, बैंक ने दी सफाई
By IANS | Updated: February 23, 2018 17:53 IST2018-02-23T17:53:30+5:302018-02-23T17:53:30+5:30
पीएनबी ने कहा, बैंक ने 257 सब स्टाफ, 437 क्लर्को और 721 अधिकारियों (कुल 1,415 कर्मचारियों) का 19 फरवरी, 2018 से हस्तांतरण किया है।

पीएनबी Scam: 11,400 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद 1415 कर्मचारियों का ट्रांसफर, बैंक ने दी सफाई
नई दिल्ली, 23 फरवरी: पंजाब नेशनल बैंक में 11 हजार 400 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का पता लगने के बाद आई 18,000 कर्मचारियों के ट्रांसफर की अफवाहों के बाद पीएनबी ने स्पष्ट किया है कि केवल 1,415 कर्मचारियों का ही स्थानांतरण किया गया है, जो रोटेशनल ट्रांसफर नीति के तहत है।
इस मामले की जानकारी देते हुए पीएनबी ने ट्वीट किया, "मीडिया में ऐसी खबरें आ रही थीं कि बैंक ने करीब 18,000 कर्मचारियों का स्थानांतरण कर दिया है। यह तथ्यात्मक रूप से गलत हैं। बैंक ने 257 सब स्टाफ, 437 क्लर्को और 721 अधिकारियों (कुल 1,415 कर्मचारियों) का 19 फरवरी, 2018 से हस्तांतरण किया है, जो कि बैंक की रोटेशनल ट्रांसफर नीति के तहत है।"
ट्वीट में आगे कहा गया है कि बैंक की शाखाओं का काम 'सुचारु रूप से चल रहा है' और स्थानांतरण से ग्राहक सेवा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है। बैंक का इन अधिकारियों को स्थानांतरित करने का फैसला इसके मुंबई स्थित ब्राडी हाउस शाखा में किए गए 11,300 करोड़ रुपये के घोटाले के बाद आया है, जिसमें बैंक अधिकारियों की संलिप्तता सामने आई है।
— Punjab National Bank (@Indiapnb) February 22, 2018
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 17 फरवरी को पीएनबी के सेवानिवृत्त उपप्रबंधक गोकुलनाथ शेट्टी और बैंक के सिंगल विंडो ऑपरेटर मनोज खरात को इस खरबों रुपये के घोटाले में गिरफ्तार किया है। दोनों अधिकारी सालों से पीएनबी की एक ही शाखा में काम करते रहे, जबकि बैंक की नीति के अनुसार हर दो-तीन साल में स्थानांतरण का प्रावधान है।