Petrol-Diesel Price: 15 दिनों से पेट्रोल-डीजल के दाम स्थिर, जानें आपके शहर में क्या है रेट
By पल्लवी कुमारी | Published: March 31, 2020 06:38 AM2020-03-31T06:38:37+5:302020-03-31T06:38:37+5:30
भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों की हर दिन समीक्षा की जाती है। हालांकि पिछले एक हफ्ते से इसके दाम में स्थिरता है। पेट्रोलियम कंपनियां रोजाना सुबह 6 बजे नई कीमत जारी करती हैं।
नई दिल्ली: भारत में फिलहाल पेट्रोल, डीजल के दाम पिछले 15 दिन से लगातार रुके हुए हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम सोमवार को 17 साल के निचले स्तर तक पहुंच गए। बहरहाल, भारत में पेट्रोल, डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस समय पूरे देश में 21 दिनों लॉकडाउन चल रहा है। आज लाकडाउन का सांतवां दिन है। मंगलवार (31 मार्च) को भी पेट्रोल-डीजल की कीमत स्थिर रही है।
दिल्ली में पेट्रोल 69.59 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है। वहीं, मुंबई में 75.30 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 72.29 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में पेट्रोल 72.28 रुपये प्रति लीटर है।
डीजल के दामों की बात करें तो दिल्ली में डीजल कीमत 62.29 रुपये प्रति लीटर है। मुंबई में डीजल 65.21 रुपये और कोलकाता में 64.62 रुपये प्रति लीटर है। चेन्नई में डीजल 65.71 रुपये प्रति लीटर है।
अन्य प्रमुख शहरों में पेट्रोल की कीमत (31 मार्च, 2020)
आगरा- 71.72 रुपये/लीटर
अहमदाबाद- 67.16 रुपये/लीटर
इलाहाबाद- 72.03 रुपये/लीटर
औरंगाबाद- 76.38 रुपये/लीटर
बेंगलुरु- 71.97 रुपये/लीटर
भोपाल- 77.58 रुपये/लीटर
भुवनेश्वर- 68.58 रुपये/लीटर
चंडीगढ़- 65.82 रुपये/लीटर
अन्य प्रमुख शहरों में डीजल की कीमत (31 मार्च, 2020)
आगरा- 62.63 रुपये/लीटर
अहमदाबाद- 65.19 रुपये/लीटर
इलाहाबाद- 62.99 रुपये/लीटर
औरंगाबाद- 66.30 रुपये/लीटर
बेंगलुरु- 64.41 रुपये/लीटर
भोपाल- 68.29 रुपये/लीटर
भुवनेश्वर- 66.70 रुपये/लीटर
चंडीगढ़- 59.30 रुपये/लीटर
देश में पिछली बार 16 मार्च को पेट्रोल, डीजल के दाम संशोधित किए गए
देश में फिलहाल पेट्रोल, डीजल के दाम पिछले 15 दिन से लगातार रुके हुए हैं। आखिरी बार 16 मार्च को दाम संशोधित किए गए थे और तब से तेल कंपनियां सरकार द्वारा दोनों ईंधनों में तीन रुपये प्रति लीटर की उत्पाद शुल्क वृद्धि को समायोजित करने में लगीं हैं।
सरकार की तरफ से पेट्रोल, डीजल के उत्पाद शुल्क में तीन रुपये लीटर की वृद्धि से इनके दाम बढ़ सकते थे लेकिन तेल कंपनियों ने वैश्विक बाजार में तेल के दामों में गिरावट का लाभ उठाते हुए इसका बोझ अपने ऊपर ही रखा तथा ईंधन के खुदरा मूल्यों को नहीं बढाया।
सरकार ने इसके अलावा पेट्रोल और डीजल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क में आठ रुपये लीटर तक की अतिरिक्त वृद्धि करने की भी अनुमति ली है। आने वाले समय में सरकार इसमें यदि और वृद्धि करना चाहे तो कानून में उसके लिये पहले ही प्रावधान कर लिया गया है।