नयी दिल्ली, सात जुलाई बिहार के हाजीपुर से सांसद पशुपति कुमार पारस को बुधवार को नरेद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार में बतौर कैबिनेट मंत्री शामिल किया गया। उन्हें खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गयी है।
इससे पहले, यह मंत्रालय केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के पास था।
हाल के वर्षों में सरकार फल और सब्जियों के प्रसंस्करण स्तर बढ़ाने पर काफी जोर देती रही है। इस लिहाज से यह मंत्रालय काफी महत्वपूर्ण है।
केंद्र सरकार रोजगार सृजन और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों के बाजार को बढ़ाने के लिये देशभर में कई बड़े फूड पार्क विकसित कर रही है।
पारस पिछले चार दशक से राजनीति में हैं। उनके कैरिअर का ज्यादातर समय उनके दिवंगत भाई और केंद्रीय मंत्री रहे राम विलास पासवान की छत्रछाया में बीता है।
हालांकि, उन्होंने पासवान के पुत्र और बिहार से सांसद चिराग पासवान के खिलाफ विरोध कर पार्टी पर अपनी पकड़ मजबूत की और वह एक अलग पहचान बनाते हुए दिख रहे हैं।
पारस इससे पहले लोक जनशक्ति पार्टी की बिहार इकाई के प्रमुख थे। अब वह इसके अलग हुए गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उन्होंने 1978 में अपने पैतृक स्थान खगड़िया जिले के अलौली से जनता पार्टी के विधायक के रूप में अपनी पारी की शुरुआत की। दिवंगत रामविलास पासवान पहले इसी जगह से प्रतिनिधित्व करते थे।
वह जनता दल के टिकट पर कई बार विधानसभा के लिये चुने गये। बाद में उनके भाई ने पार्टी बनायी। वह 2017 में नीतीश कुमार की अगुवाई वाले मंत्रिमंडल के सदस्य बने।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्हें हाजीपुर संसदीय सीट से चुनाव लड़ने का मौका मिला। इसी जगह से दिवंगत रामविलास पासवान कई बार सांसद चुने गये थे।
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