प्राथमिक दूध सहकारी समितियों पर कर लगाने के कदम का विरोध
By भाषा | Updated: September 6, 2021 20:12 IST2021-09-06T20:12:32+5:302021-09-06T20:12:32+5:30

प्राथमिक दूध सहकारी समितियों पर कर लगाने के कदम का विरोध
तिरुवनंतपुरम, छह सितंबर केरल सहकारी दूध विपणन संघ (केसीएमएमएफ) ने सोमवार को कहा कि वह 50 लाख रुपये से अधिक के सालाना कारोबार वाली सहकारी समितियों पर आयकर लगाने के केंद्र के कदम का विरोध करता है।
मिलमा ब्रांड से दूध, घी आदि सामान बेचने वाले केसीएमएमएम ने केंद्र से इस कदम को वापस लेने की मांग की। उसने यह भी कहा कि अगर इसे वापस नहीं लिया जाता है, तो व्यापक विरोध किया जाएगा और सभी प्राथमिक दूध सहकारी समितियों में प्रदर्शन किये जाएंगे।
मिलमा के अधिकारियों के अनुसार केंद्र के इस कदम का विरोध करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में राज्य की पशुपालन और डेयरी विकास मंत्री चिंचुरानी, राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीसन और मिलमा के चेयरमैन के एस मणि भी शामिल होंगे।
इस क्रम में केंद्र से इस फैसले को वापस लेने की मांग करते हुए राज्य का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसदों को ज्ञापन भी दिए जाएंगे।
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