वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार (एक फरवरी) को वित्त वर्ष 2018-19 का बज़ट पेश किया। उसके अगले ही दिन शुक्रवार ( दो फरवरी) शेयर बाजारों में 2.34 प्रतिशत की बड़ी गिरावट दर्ज की गई। बजट से बाजारों में दिखी मायूसी से निवेशकों के 4.6 लाख करोड़ रुपये डूब गए। दरअसल, गुरुवार को पेश किए गए बजट में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शेयर बाजार और म्यूचुअल फंड से होने वाले एक लाख रुपये से ज्यादा की कमाई पर 10 प्रतिशत लॉन्ग टर्म गेन टैक्स लगा दिया। इस घोषणा के बाद निवेशकों में अफरा-तफरी मच गई।
बाजार में लोगों की नकारात्मक प्रतिक्रिया से सेंसेक्स 839 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुए। निफ्टी में भी 256 अंकों की गिरावट दर्ज की गई। बाजार बंद होने तक सेंसेक्स 35,066 और निफ्टी 10,800 प्वाइंट पर था। बजट में राजकोषीय घाटे का लक्ष्य भी बढ़ा दिया गया है। इससे भी निवेशकों में निराशा है। पिछले साल सरकार ने राजकोषीय घाटे का लक्ष्य जीडीपी का 3.2 प्रतिशत रखने का लक्ष्य रखा था जिसे साल 2018 में बढ़ाकर 3.5 प्रतिशत कर दिया गया है।
बजट पेश करने के अगले ही दिन बाजार में इतनी बड़ी गिरावट पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट किया, 'संसदीय भाषा में सेंसेक्स में 800 अंकों की बड़ी गिरावट मोदी के बजट के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव है।'
सेंसेक्स के 30 में से केवल दो शेयरों टीसीएस (0.3 फीसदी) व हिंदुस्तान यूनिलीवर (0.10 फीसदी) में तेजी रही। सेंसेक्स के गिरावट वाले शेयरों में बजाज ऑटो (4.90 फीसदी), एक्सिस बैंक (4.28 फीसदी), मारुति (4.28 फीसदी), रिलायंस (4.07 फीसदी) और टाटा स्टील (3.82 फीसदी) प्रमुख रहे हैं।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट रही। बीएसई का मिडकैप सूचकांक 696.20 अंकों की गिरावट के साथ 16,574.70 पर और स्मॉलकैप सूचकांक 869.87 अंकों की गिरावट के साथ 17,847.53 पर बंद हुआ।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी सुबह 78.7 अंकों की गिरावट के साथ 10,938.20 पर खुला और 256.30 अंकों या 2.33 फीसदी की गिरावट के साथ 10,760.60 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार में निफ्टी ने 10,954.95 के ऊपरी और 10,736.10 के निचले स्तर को छुआ।
बीएसई के सभी 19 सेक्टरों में गिरावट रही, जिनमें सर्वाधिक गिरावट वाले सेक्टरों में रियल्टी (6.28 फीसदी), आधारभूत सामग्री (3.97 फीसदी), उपभोक्ता वस्तुएं (3.95 फीसदी), पूंजीगत वस्तुएं (3.95 फीसदी) और ऊर्जा (3.94 फीसदी) शामिल रहे। बीएसई में कारोबार का रुझान नकारात्मक रहा। केवल 295 शेयरों में तेजी और 2,548 में गिरावट रही जबकि 119 शेयरों के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ।