Nagpur Morava Airport: मोरवा हवाई अड्डे पर अब उतरेंगे फ्लाइंग क्लब के विमान, उड़ान प्रशिक्षण के लिए मिली मंजूरी, जानें फायदा
By फहीम ख़ान | Updated: May 30, 2024 16:22 IST2024-05-30T16:21:56+5:302024-05-30T16:22:40+5:30
Nagpur Morava Airport: एमएडीसी की उपाध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक स्वाति पांडे ने नागपुर फ्लाइंग क्लब की प्रबंध निदेशक दीपाली मोतियेले को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है.

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Nagpur Morava Airport: ब्रिटिश काल से समृद्ध विरासत वाली संस्था नागपुर फ्लाइंग क्लब (एनएफसी) विस्तार के एक नए अध्याय की शुरुआत करने के लिए आखिरकार अब तैयार है. एनएफसी प्रशासन ने चंद्रपुर के मोरवा हवाई अड्डे तक अपने संचालन का विस्तार करने की योजना की हाल में घोषणा की थी. इसे बुधवार, 29 मई को महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवलपमेंट कंपनी (एमएडीसी) की ओर से मंजूरी प्रदान कर दी गई है. एनओसी के 21 दिनों के भीतर एमएडीसी और एनएफसी के बीच लीज एग्रीमेंट साइन हो जाएगा.
एमएडीसी की उपाध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक स्वाति पांडे ने नागपुर फ्लाइंग क्लब की प्रबंध निदेशक दीपाली मोतियेले को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है. उल्लेखनीय है कि नागपुर फ्लाइंग क्लब की अध्यक्ष के रूप में कार्य करने वाली संभागीय आयुक्त विजयलक्ष्मी बिदरी ने पिछले दिनों बताया था कि महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवलपमेंट कंपनी (एमएडीसी) ने चंद्रपुर के मोरवा एयरपोर्ट पर एनएफसी को परिचालन शुरू करने के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. इस रणनीतिक कदम का उद्देश्य फ्लाइंग क्लब की गतिविधियों के दायरे को व्यापक बनाना और बेहतर प्रशिक्षण अवसर प्रदान करना है.
पत्र में यह भी कहा गया है कि मोरवा हवाईपट्टी का इस्तेमाल करते समय नागपुर फ्लाइंग क्लब को ही सभी मेंटेनेंस कार्य करने होंगे. अगर मोरवा के विकास को लेकर कोई कदम उठाए जाते है तो इसकी पूर्व जानकारी एनएफसी को दी जाएगी.
मोरवा को क्यों चुना गया?
नागपुर फ्लाइंग क्लब के विस्तार के लिए चंद्रपुर के मोरवा हवाई अड्डे को चुनने के पीछे यह वजह है कि नागपुर हवाई अड्डे पर आने-जाने वाले विमानों की भीड़ रहती है, जिससे छात्रों के लिए उड़ान का समय सीमित हो जाता है. इसके विपरीत, मोरवा हवाई अड्डा, जो अपेक्षाकृत कम यातायात की विशेषता रखता है, छात्रों को विस्तारित उड़ान घंटे प्रदान करने के लिए आदर्श हैं. हवाई अड्डे पर मुख्य रूप से छोटी और चार्टर्ड उड़ानें संचालित होती हैं, जो प्रशिक्षण के लिए अधिक अनुकूल वातावरण प्रदान करती हैं.
