नयी दिल्ली, सात अप्रैल वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के तहत चयनित मोबाइल फोन बनाने वाले विनिर्माताओं ने 2020 की दिसंबर तिमाही में 1,300 करोड़ रुपये निवेश किये और 35,000 करोड़ रुपये मूल्य के सामान का उत्पादन किया।
बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण के लिये पीएलआई योजना एक अप्रैल, 2020 को अधिसूचित की गयी। इसके तहत आधार वर्ष के बाद अगले पांच साल में बढ़ी हुई बिक्री पर 4 से 6 प्रतिशत का प्रोत्साहन दिया जाएगा।
सरकार ने योजना के तहत 16 प्रस्तावों का चयन किया। इसमें सैमसंग, फॉक्सकॉन होन हाई, राइजिंग स्टार, विस्ट्रोन और पेजाट्रोन शामिल हैं।
योजना के तहत जिन भारतीय कंपनियों का चयन किया गया, उनमें लावा, भगवती (माइक्रोमैक्स), यूटीएल, पैजेट इलेक्ट्रॉनिक्स और आप्टिमस इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘तिमाही समीक्षा के तहत दिसंबर, 2020 को समाप्त तिमाही में योजना के परिचालन में आने के पहले पांच महीनों में चुनौतीपूर्ण समय के बावूजद आवेदनकर्ता कंपनियों ने योजना के तहत 35,000 करोड़ रुपये मूल्य के सामान का उत्पादन किया। इस दौरान करीब 22,000 अतिरिक्त रोजगार सृजित हुए।
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