बाजार की ताकतवर संस्थाएं लोगों के ब्योरे का इस्तेमाल ‘शोषक’ के तरीके से नहीं करें : सीसीआई
By भाषा | Published: November 14, 2021 03:29 PM2021-11-14T15:29:21+5:302021-11-14T15:29:21+5:30
(मनोज राममोहन)
नयी दिल्ली, 14 नवंबर डिजिटल बाजार से जुड़े मामलों की बढ़ती संख्या के बीच भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के प्रमुख अशोक कुमार गुप्ता ने कहा है कि प्रतिस्पर्धा के लिहाज से नियामक की भूमिका यह सुनिश्चित करना है कि लोगों के डेटा या ब्योरे का इस्तेमाल ‘‘बाजार की ताकत रखने वाली संस्थाओं द्वारा शोषक तरीके से न हो।’’
गुप्ता ने नए जमाने के बाजारों में हस्तक्षेप के बारे में यह भी कहा कि एकाधिकारी व्यापार विरोधी एजेंसियों को दक्षता और नवाचार को प्रभावित किए बिना बाजार की विकृतियों को दूर करने में एक नाजुक संतुलन बनाने की जरूरत है।
सीसीआई अनुचित व्यापार व्यवहार को रोकने के साथ ही निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देता है। आयोग नए जमाने के बाजारों से पैदा होने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी क्षमता को मजबूत करना चाहता है।
नियामक डिजिटल बाजारों द्वारा प्रथम दृष्टया प्रतिस्पर्धा मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए पहले ही उनकी विभिन्न मामलों में जांच कर रहा है।
इस संबंध में सीसीआई के चेयरपर्सन ने स्वीकार किया कि डिजिटल बाजारों में प्रतिस्पर्धा विरोधी व्यवहार से तेजी से निपटने की जरूरत है।
गुप्ता ने पीटीआई-भाषा के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि सीसीआई को प्रतिस्पर्धा विरोधी व्यवहार को रोकने और बाजार में सुधार करने के लिए अधिक ‘‘सक्रिय’’होना होगा।
उन्होंने कहा कि डिजिटल बाजारों से निपटने में ‘‘सीसीआई की भूमिका यह सुनिश्चित करना है कि प्रतिस्पर्धा के नजरिए से लोगों के डेटा का इस्तेमाल बाजार की शक्ति रखने वाली संस्थाओं द्वारा शोषक तरीके से न हो।
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