महाराष्ट्र सरकार ने पतंजलि समूह के प्रवर्तक योग गुरु रामदेव को लातूर जिले में एक गैर इस्तेमाल शुदा जमीन पर अपनी इकाई स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया है. यह जमीन मूल रूप से बीएचईएल के संयंत्र के लिए आरक्षित थी.
सूत्रों के मुताबिक इकाई के लिए स्टॉम्प ड्यूटी में छूट की पेशकश भी की गई है.एक अधिकारी ने सोमवार को कहा कि यहां सोयाबीन प्रसंस्करण इकाई लग सकती है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 26 जून को लिखे पत्र में योग गुरु को मराठवाड़ा क्षेत्र के लातूर जिले के औसा गांव में एमएसएमई इकाई स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया है.
पत्र में कहा गया, 'एमएसएमई परियोजना के लिए आप स्टॉम्प शुल्क में 100 फीसदी की छूट ले सकते हैं, इसके साथ ही एक तय समय तक बिजली के शुल्क में भी राहत दी जाएगी...'.
इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने पुष्टि की कि करीब 400 एकड़ जमीन जो पहले जिले में भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (बीएचईएल) के संयंत्र के लिए आरक्षित की गई थी अब पतंजलि प्रोडक्ट्स को सौंपी जाने वाली है.