LPG Cylinder Price: मई के बाद फिर से LPG सिलेंडर के दाम में हुई कटौती, देखें दिल्ली से मुंबई तक नए रेट
By आकाश चौरसिया | Updated: July 1, 2024 10:45 IST2024-07-01T10:27:17+5:302024-07-01T10:45:12+5:30
LPG Cylinder Price: आज हुए एलपीजी सिलेंडर के रेट में बदलाव के बाद कमर्शियल क्षेत्र में इसका बड़ा असर दिखेगा और साथ ही अब होटल क्षेत्र में भी मालिक अच्छा मुनाफा कमा पाएंगे। क्योंकि अब लागत में कहीं ना कहीं मार्केट रेट में कटौती हो जाएगी।

फोटो क्रेडिट- एक्स
LPG Cylinder Price:आज से तेल मार्केटिंग कंपनियों ने कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर के दाम में बदलाव किया है, लेकिन अभी इसके पीछे के कारण का उजागर नहीं किया। लेकिन हुए इस बड़े बदलाव से आम लोगों के जेब पर बड़ी राहत मिलने जा रही है। साथ ही अब 19 किलो के कमर्शियल गैस सिलेंडर को 30 रुपए घटा दिए हैं। 1 जुलाई से दिल्ली में एलपीजी सिलेंडर के दाम 1646 रु जारी कर दिए गए हैं। गौरतलब है कि ऐसी ही गैस सिलेंडर में गिरावट मई महीने के शुरुआत में भी की गई थी।
1 जुलाई को, जारी कटौती के इस क्रम में दिल्ली में 19 किलो कर्मिसियल एलपीजी सिलेंडर के दाम 69.50 रुपए घट गए हैं, जिससे खुदरा बिक्री मूल्य घटकर 1676 रुपए जा पहुंची। इससे पहले 1 मई, 2024 को तेल मार्केटिंग कंपनियों ने 19 रुपए की ऐसी ही कटौती की थी। अब इस तरह की मार्केट में गैस के रेट में कटौती को लागत से जूझ रहे व्यवसायों के लिए सकरात्मक कदम माना जा रहा है।
इस तरह के एलपीजी सिलेंडर के दामों में बदलाव को हर महीने की शुरुआत में किया जा रहा है, इससे कहीं न कहीं मार्केट में इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है। हालांकि, देश में जारी एलपीजी सिलेंडर के दाम इस बात पर निर्भर करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल के दाम क्या है, क्या टैक्स रणनीती है और सप्लाई-डिमांड पूरी हो रही है या नहीं, जिसका सीधा असर इनके रेट बढ़ने और घटने पर निर्धारण करता है।
हालांकि, आज के रेट में जो भी बदलाव किए गए हैं, उसके पीछे के कारण के बारे में नहीं बताया गया है।लेकिन, साफ तौर पर बड़े आर्थिक स्थितियों और मार्केट में बदलाव के लिए जिम्मेदार तेल मार्केटिंग कंपनियां ही रहती हैं।
बदलाव के बाद एलपीजी सिलेंडर प्रइस से वर्तमान के आर्थिक माहौल में इसका बड़ा असर दिखेगा। आज के व्यापार में मुख्य तौर पर शामिल खाद्य और होटल क्षेत्र, जो पूरी तरह से एलपीजी सिलेंडरों पर निर्भर रहते हैं। उन्हें अब मिली राहत से आर्थिक मोर्चे पर काफी हद तक राहत मिलेगी, क्योंकि जो जारी कीमत हैं उसमें बदलाव आने से उपभोक्ताओं को बचत सीधे तौर पर होगी।