Lok Sabha Election 2024: 'BJP को 350 सीटों पर मिलेगी जीत, 44 सीटों पर सिमटेगी कांग्रेस', शीर्ष अर्थशास्त्री का दावा
By आकाश चौरसिया | Published: April 21, 2024 11:20 AM2024-04-21T11:20:29+5:302024-04-21T11:41:51+5:30
शीर्ष अर्थशास्त्री ने दावा कर दिया है कि भाजपा अपने दम पर लोकसभा चुनाव 2024 में 350 सीटों पर जीत दर्ज करने जा रही, जबकि कांग्रेस को 44 सीट जीतने पर भी संघर्ष करना पड़ सकता है।
Lok Sabha Election 2024: भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 में अपने दम पर 350 सीटों जीतने जा रही है, यह बात आंकड़ों के जरिए सामने आती है। इस बात को लेकर शीर्ष अर्थशास्त्री और चुनाव विश्लेषक सुरजीत भल्ला ने एक इंटरव्यू में कहा है। उन्होंने आगे कहा लोकसभा चुनाव 2019 की तुलना में भाजपा को इस बार 5 से 7 फीसदी ज्यादा वोट मिलेंगे और इससे होगा ये कि पार्टी को ज्यादा सीटें मिलने जा रही हैं।
सांख्यिकीय संभावनाओं के आधार पर उन्हें अपने दम पर 330 से 350 सीटें मिलने जा रही। भल्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ''यह सिर्फ भाजपा है, इसमें उसके गठबंधन सहयोगी शामिल नहीं हैं।'' उन्होंने आगे बताया, ''यह एक लहर वाला चुनाव हो सकता है। हर चुनाव में लहर बनने की संभावना होती है, लेकिन इस चुनाव में ऐसा नहीं होने जा रहा।
जबकि भल्ला ने 2024 के आम चुनावों में भाजपा के संभावित लाभ के बारे में आशावादी थे, उन्होंने कहा कि विपक्षी कांग्रेस को 2014 के चुनावों में मिली जीत से कम जीत मिलने की संभावना है। भल्ला ने कहा कि सबसे पुरानी पार्टी को 44 सीटें या 2014 के आम चुनावों की तुलना में 2 प्रतिशत कम सीटें मिल सकती हैं।
अर्थशास्त्री ने कहा कि इंडिया गठबंधन को लेकर दिक्कत है। उन्होंने आगे बताया कि अर्थशास्त्र और लीडरशिप इस चुनाव में भाजपा के साथ हैं। अर्थशास्त्री ने कहा कि आम चुनाव 2024 में विपक्ष के पास पीएम फेस नहीं है, जबकि दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा विराट चेहरा भाजपा और उसके गठबंधन के पास है।
BJP को दक्षिण राज्यों में..
इसके आगे वो कहते हैं कि भाजपा को तमिलनाडु में 5 सीट औ केरल में एक या दो सीटों पर जीत मिल सकती है। सुरजीत भल्ला ने दक्षिण में भाजपा के प्रवेश की संभावना को अर्थव्यवस्था और लोगों की जीवन स्थितियों में सुधार के लिए जिम्मेदार ठहराया।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने क्या कहा था..
भल्ला ने उस बात को दोहराया, जिस बात को साल 1992 में अमेरिका के राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने भारत को लेकर कही थी। उन्होने कहा था कि भारत में लोग इस आधार पर वोट देते हैं कि उनकी जिंदगी में कितना सुधार हुआ और क्या उनकी जरूरते पूरी हुईं। जाति, धर्म और कई दूसरे कारण चुनाव में निर्भर नहीं करते।