कोविड-19 महामारी: कम मांग के चलते समुद्री उत्पादों का निर्यात घटा
By भाषा | Updated: June 2, 2021 18:23 IST2021-06-02T18:23:40+5:302021-06-02T18:23:40+5:30

कोविड-19 महामारी: कम मांग के चलते समुद्री उत्पादों का निर्यात घटा
कोच्चि, दो जून कोविड-19 महामारी और विदेशी बाजारों में मांग घटने के चलते देश के समुद्री खाद्य उत्पादों के निर्यात कारोबार में गिरावट का सामना करना पड़ा। वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान इस क्षेत्र का निर्यात मात्रा के लिहाज से 10.88 प्रतिशत घटकर 11,49,341 टन रह गया, जिसका कुल मूल्य 43,717.26 करोड़ रुपये (5.96 अरब डालर) रहा।
इस तरह निर्यात में इससे पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले रुपये की मद में 6.31 प्रतिशत की कमी हुई, हालांकि, पिछली तिमाही के मुकाबले इसमें सुधार देखने को मिला। डालर के लिहाज से निर्यात कारोबार में 10.81 प्रतिशत की गिरावट रही।
भारत ने 2019-20 में 46,662.85 करोड़ रुपये मूल्य के 12,89,651 टन समुद्री खाद्य उत्पादों का निर्यात किया था।
समुद्री उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एमपीईडीए) के अध्यक्ष के एस श्रीनिवास ने कहा, ‘‘महामारी ने पहली छमाही के दौरान समुद्री उत्पादों के निर्यात को काफी प्रभावित किया, लेकिन 2020-21 की अंतिम तिमाही में इसमें अच्छा सुधार हुआ। इसके अलावा एक्वाकल्चर क्षेत्र ने इस वित्त वर्ष के दौरान निर्यातित वस्तुओं में डॉलर मद में 67.99 प्रतिशत और मात्रा के रूप में 46.45 प्रतिशत योगदान देकर बेहतर प्रदर्शन किया।’’
समीक्षाधीन अवधि में अमेरिका, चीन और यूरोपीय संघ (ईयू) भारतीय समुद्री खाद्य उत्पादों के प्रमुख आयातक थे।
समुद्री उत्पादों के निर्यात में झींगा मछली का सबसे अधिक योगदान रहा। ऐसे उत्पादों की निर्यात मात्रा में 51.36 प्रतिशत और डालर में हुई प्राप्ति में इनका 74.31 प्रतिशत योगदान रहा। अमेरिका इसका सबसे बड़ा आयातक देश रहा है। इसके बाद चीन, यूरोपीय संघ और जापान इसके आयातक देश रहे हैं। दक्षिण पूर्वी एशिया, मध्य पूर्व के देशों को भी इसका निर्यात किया गया।
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