जेआईएल मामला: सुरक्षा समूह की घर खरीदारों से अपील, कहा कंपनी को प्राथमिकता मिलनी चाहिए

By भाषा | Published: May 27, 2021 04:57 PM2021-05-27T16:57:11+5:302021-05-27T16:57:11+5:30

JIL case: Security group appeals to home buyers, says company should get priority | जेआईएल मामला: सुरक्षा समूह की घर खरीदारों से अपील, कहा कंपनी को प्राथमिकता मिलनी चाहिए

जेआईएल मामला: सुरक्षा समूह की घर खरीदारों से अपील, कहा कंपनी को प्राथमिकता मिलनी चाहिए

नयी दिल्ली, 27 मई सुरक्षा समूह ने जेपी इंफ्राटेक के अधिग्रहण की अपनी बोली को कानूनी रूप से वैध और बेहतर बताते हुए घर खरीदारों से उसके प्रस्ताव का समर्थन करने और उसे तथा

एनबीसीसी को नये प्रस्ताव जमा करने के लिए और समय देने से जुड़े प्रस्ताव के खिलाफ वोट डालने की अपील की।

सुरक्षा एआरसी के प्रबंध निदेशक और सीईओ आलोक दवे ने यूट्यूब पर डाले गए एक वीडियो संदेश के जरिए उन 20,000 घर खरीदारों तक पहुंचने की कोशिश की जिनका जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड (जेआईएल) में निवेश अटका पड़ा है।

उन्होंने कहा कि कंपनी प्रतिस्पर्धा से नहीं डरती और खरीदारों से कहा कि "हम आपके लिए पहली पंसद होने चाहिए न कि एक अतिरिक्त विकल्प।"

सुरक्षा समूह और एनबीसीसी से नयी बोलियां मंगाने न मंगाने के मुद्दे पर मतदान की प्रक्रिया गुरुवार को शुरू हो गयी। वीडियो संदेश बुधवार को डाला गया।

दवे ने रिणदाताओं के साथ अपनी चर्चा के आधार पर कहा कि बैंक प्रस्ताव के पक्ष में हैं और वे एक ऐसी योजना के लिए वोट डालेंगे जो कानून के अनुरूप हो और गुण-दोष के आधार पर उनके लिए बेहतर हो।

गत 24 मई को रिणदाताओं की समिति (सीओसी) ने सुरक्षा समूह की बोली पर मतदान की प्रक्रिया टाल दी थी। उसने इस बात के लिए 27-28 मई को मतदान कराने का भी फैसला किया कि दोनों दावेदारों - एनबीसीसी और सुरक्षा समूह को अपनी संशोधित और अंतिम बोलियां देने के लिए और समय दिया जाए या न दिया जाए।

अगर मतदाता दोनों कंपनियों को और समय देने के खिलाफ वोट डालते हैं तो सुरक्षा समूह के प्रस्ताव पर अगले सप्ताह मतदान किया जाएगा।

दवे ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद से दो माह का समय पहले ही निकल चुका है, ऐसे में ‘‘सभी चीजों को फिर से क्यों खोलना है ... आगे और समय क्यों?’’

उन्होंने कहा कि सुरक्षा समूह ने अपने दिये गये प्रस्ताव में घर खरीदारों और रिणदाताओं की सभी मांगों को शामिल किया है। दवे ने आगे कहा कि कंपनी ने 250 करोड़ रुपये की इक्विटी पहले रख रही है और 42 माह के भीतर 20 हजार फ्लैट तैयार करने के लिये 3,000 करोड़ रुपये का निर्माण वित्त जुटाने की व्यवसथा कर रही है। काम पूरा करने के लिये कुल 6,000 करोड़ रुपये के निवेश का अनुमान है। ‘‘समय पर काम पूरा करने के लिये धन सबसे अहम कच्चा माल है जिसकी व्यवसथा की जानी है और हम वह धन लाये हैं।

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Web Title: JIL case: Security group appeals to home buyers, says company should get priority

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