आईएससी ने अमेजन के खिलाफ सीसीआई की जांच में नारायण मूर्ति से समर्थन मांगा
By भाषा | Updated: August 11, 2021 23:32 IST2021-08-11T23:32:42+5:302021-08-11T23:32:42+5:30

आईएससी ने अमेजन के खिलाफ सीसीआई की जांच में नारायण मूर्ति से समर्थन मांगा
नयी दिल्ली, 11 अगस्त सूक्ष्म, लघु उद्यमों और पारिवारिक व्यवसायों के व्यापार संघ इंडियन सैलर्स कलेक्टिव (आईएससी) ने बुधवार को सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के दिग्गज नारायण मूर्ति से अमेजन के खिलाफ होने वाली भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की जांच में सहयोग देने का आग्रह किया।
मूर्ति की कंपनी कैटामारन और ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने वर्ष 2014 में एक सयुक्त उद्यम प्रायोन बिजनेस सर्विसेज शुरू किया था। हालांकि, सोमवार को दोनों ने बताया कि उन्होंने मई 2022 के बाद संयुक्त उद्यम को जारी नहीं रखने का निर्णय किया है।
भारतीय विक्रेताओं के इस संगठन आईएससी ने इस संयुक्त उद्यम को बंद करने के निर्णय के लिए नारायण मूर्ति का धन्यवाद किया।
मूर्ति को लिखे खुले पत्र में आईएससी ने वित्त वर्ष 2014 से 2020 के बीच अमेजन की सहायक कंपनी क्लाउडटेल ने 39,043 करोड़ रुपये की आय में 5,856.45 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया जो कि कथित तौर पर छोटे विक्रेताओं और खुदरा कारोबारियों की कमाई में से ही इन कंपनियों ने छीना है। इस राशि को छोटे विक्रेताओं के लिए कोविड राहत कोष में जमा किया जाना चाहिये।
आईएससी के सदस्य और लाचारी के खिलाफ सार्वजनिक प्रतिक्रिया और निवारण कार्रवाई (प्रहार) संगठन के अध्यक्ष और आईएससी के सदस्य अभय राज मिश्रा ने कहा कि नारायण मूर्ति को अमेजन की अनैतिक प्रथाओं की जांच कर रहे भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग को समर्थन देकर भविष्य के लिए एक मिसाल पेश करनी चाहिए।
नारायण मूर्ति और कैटामारन को इस संबंध में भेजे गए ईमेल का उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।
आईएससी में प्रहार के अलावा आल इंउिया आनलाइन वेंडर्स एसोसियेसन, आल इंउिया कंज्यूमर प्राडक्ट्स डिस्ट्रीब्यूटर्स फैडरेशेन, आल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसियेसन और फेडरेशन आफ आल इंडिया उिस्ट्रब्यूटर्स एसोसियेसन शामिल हैं।
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