दिवाला समाधान का लक्ष्य सिर्फ वसूली नहीं, कारोबार का मूल्य अधिकतम करना होना चाहिए : अधिकारी
By भाषा | Updated: August 28, 2021 20:30 IST2021-08-28T20:30:38+5:302021-08-28T20:30:38+5:30

दिवाला समाधान का लक्ष्य सिर्फ वसूली नहीं, कारोबार का मूल्य अधिकतम करना होना चाहिए : अधिकारी
भारतीय दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता बोर्ड (आईबीबीआई) के एक अधिकारी ने शनिवार को कहा कि दिवाला समाधान योजना का लक्ष्य सिर्फ बकाया वसूलना या कंपनी के परिसमापन नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसका लक्ष्य संबंधित कारोबार का अधिकतम मूल्य निकालना होना चाहिए। आईबीबीआई दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता को लागू करने वाली प्रमुख संस्थान है। आईबीबीआई के कार्यकारी निदेशक संतोष कुमार शुक्ला ने उद्योग संगठन एसोचैम द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि यह वित्तीय संकट से ग्रस्त कंपनियों के पुनरुद्धार के लिए ना केवल दिवाला पेशेवरों का, बल्कि सभी हितधारकों का एक संयुक्त प्रयास है। उन्होंने कहा, "जहां हमें एक समाधान पैकेज पर काम करते हुए दिवाला पेशेवरों की भूमिका और जिम्मेदारी को पूरा श्रेय देना चाहिए, इसमें अन्य हितधारकों जैसे ऋणदाताओं की समिति और यहां तक कि पूर्व प्रबंधन की भी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।" एसोचैम की ओर से जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार शुक्ला ने यह भी कहा, "लक्ष्य केवल बकाये की वसूलने या परिसमापन नहीं, बल्कि कारोबार का मूल्य अधिकतम करना होना चाहिए।
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