कोरोना संकट: कर्मचारियों की छंटनी के बाद अब वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में कटौती करेगी इंडिगो
By भाषा | Published: July 27, 2020 10:59 PM2020-07-27T22:59:25+5:302020-07-27T22:59:25+5:30
महामारी की वजह से कंपनी के सामने खड़े हुए आर्थिक संकट से निपटने के लिए इंडिगो अपने कर्मचारियों के वेतन में 10 प्रतिशत की कटौती और करेगी।
कोविड-19 संकट के बीच इंडिगो ने अपने वरिष्ठ कर्मचारियों के वेतन में अब 35 प्रतिशत तक कटौती करने की घोषणा की है। कंपनी ने सोमवार को कहा कि यह कदम नकदी प्रबंधन के लिए उठाया गया है। मई के बाद से इंडिगो अपने वरिष्ठ कर्मियों के वेतन में 25 प्रतिशत तक की कटौती कर रही है। कंपनी ने 20 जुलाई को घोषणा की कि वह इस कटौती को थोड़ा और बढ़ाने जा रही है।
इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणजय दत्ता ने सोमवार को एक ई-मेल में कर्मचारियों से कहा, ‘‘मैं अपनी खुद की वेतन कटौती को बढ़ाकर 35 प्रतिशत कर रहा हूं। मैं हमारे सभी वरिष्ठ उपाध्यक्षों और उससे ऊपर के अधिकारियों से 30 प्रतिशत वेतन कटौती करने के लिए कह रहा हूं। सभी पायलटों की वेतन कटौती बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दी गयी है। जबकि सभी उपाध्यक्षों के वेतन में 25 प्रतिशत कटौती और एसोसिएट उपाध्यक्षों के वेतन में 15 प्रतिशत की कटौती होगी।’’
उन्होंने कहा कि यह वेतन कटौती एक सितंबर से लागू होगी। इस घोषणा से पहले दत्ता 25 प्रतिशत, सभी वरिष्ठ उपाध्यक्ष और उससे ऊपर के अधिकारी 20 प्रतिशत, सभी उपाध्यक्ष 15 प्रतिशत और सभी एसोसिएट उपाध्यक्ष 10 प्रतिशत की वेतन कटौती ले रहे थे। इसके अलावा मई में इंडिगो बैंड-डी और चालक दल के सदस्यों के वेतन में 10 प्रतिशत और बैंड-सी के कर्मचारियों के वेतन में पांच प्रतिशत की कटौती की थी। बैंड-ए और बैंड-बी के कर्मचारियों के वेतन से छेड़छाड़ नहीं की गयी थी। इनकी संख्या विमानन कंपनी में सबसे अधिक है। दत्ता की सोमवार की घोषणा में भी इनके वेतन से छेड़छाड़ नहीं की गयी है।
इंडिगो करेगी 10 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी
इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणजय दत्ता ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से पैदा हुए आर्थिक संकट के चलते कंपनी को अपने 10 प्रतिशत कर्मचारियों की छंटनी करनी होगी। दत्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘मौजूदा जो हालात है, उसमें कंपनी को चलाते रहने के लिए बिना कुछ बलिदान दिए इस आर्थिक संकट से निपट पाना हमारी कंपनी के लिए असंभव हो गया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे में हर संभव उपाय पर गौर करने के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि हमें अपने कार्यबल में 10 प्रतिशत की कमी करने का पीड़ादायक फैसला लेने की जरूरत होगी।
इंडिगो के इतिहास में इतना दुखद कदम पहली बार उठाया जा रहा है।’’ इंडिगो के कर्मचारियों की संख्या 31 मार्च 2019 को 23,531 थी। दत्ता ने कहा कि इससे प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को उनके ‘नोटिस पीरियड’ (नौकरी छोड़ने या निकालने की पूर्व सूचना अवधि) का वेतन दिया जाएगा। इसका भुगतान उनके सकल वेतन के आधार पर किया जाएगा। बयान में कहा गया है कि नोटिस पीरियड के भुगतान के अलावा हटाए जाने वाले कर्मचारियों का कंपनी से निकालने का भुगतान भी किया जाएगा।