मई में 48 प्रतिशत बढ़ा भारत का सोया खली निर्यात
By भाषा | Published: June 8, 2021 07:59 PM2021-06-08T19:59:16+5:302021-06-08T19:59:16+5:30
इंदौर (मध्य प्रदेश), आठ जून घरेलू उत्पादन में गिरावट के बीच भारत का सोया खली निर्यात इस बार मई के दौरान 48 प्रतिशत बढ़कर 80,000 टन पर पहुंच गया। पिछले साल मई में देश से 54,000 टन सोया खली का निर्यात गया था।
प्रसंस्करणकर्ताओं के इंदौर स्थित संगठन सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सोपा) ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
सोपा के आंकड़ों के मुताबिक मई में अमेरिका (8,200 टन) भारतीय सोया खली का प्रमुख आयातक रहा।
आंकड़े यह भी बताते हैं कि मई के दौरान देश के तेल संयत्रों में सोया खली उत्पादन 24 प्रतिशत घटकर 3.99 लाख टन रह गया। मई 2020 में घरेलू संयंत्रों में 5.24 लाख टन सोया खली बनी थी।
सोपा के कार्यकारी निदेशक डीएन पाठक ने "पीटीआई-भाषा" को बताया, "देश के अलग-अलग राज्यों में कोविड-19 की रोकथाम के लिए मई में लागू बंदिशों के कारण प्रमुख मंडियां बंद रहीं जिससे तेल संयंत्र कच्चे माल के रूप में सोयाबीन नहीं खरीद सके। नतीजतन संयंत्रों में सोया खली का उत्पादन भी घट गया।"
उन्होंने यह भी बताया कि महामारी से उत्पन्न संकट के कारण मई में देश के पोल्ट्री उद्योग की ओर से सोया खली की मांग कम रही।
प्रसंस्करण संयंत्रों में सोयाबीन का तेल निकाल लेने के बाद बचने वाले उत्पाद को सोया खली कहते हैं। यह उत्पाद प्रोटीन का बड़ा स्त्रोत है। इससे सोया आटा और सोया बड़ी जैसे खाद्य पदार्थों के साथ पशु आहार तथा मुर्गियों का दाना भी तैयार किया जाता है।
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