बढ़ सकता है भारतीय शेयर बाजार के ट्रेडिंग का समय, 3:30 पर बंद होने के बजाय शाम 5 बजे तक हो सकता है हर रोज कारोबार-रिपोर्ट
By आजाद खान | Published: February 21, 2023 04:53 PM2023-02-21T16:53:39+5:302023-02-21T17:30:33+5:30
आपको बता दें कि फिलहाल कैश और फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट दोनों ही सुबह 9:15 बजे से दोपहर के 3:30 बजे तक खुला रहता है।
नई दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में कारोबार के समय को लेकर यह दावा किया जा रहा है कि इसके समय को बढ़ाया जा सकता है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने एक बिजनेस चैनल के हवाले से यह दावा किया है।
आपको बता दें कि फिलहाल कैश और फ्यूचर एंड ऑप्शन सेगमेंट के दोनों ही बाजार सुबह नौ बजकर 15 मिनट को खुलती है दोपहर तीन बजकर 30 मिनट पर बंद हो जाती है। ऐसे में समय के बढ़ने से बाजार में व्यापार भी ज्यादा होगा और इससे बाजार और कंपनियों में निवेश करने वाले ग्राहक दोनों को फायदा होगा।
क्या है दावा
रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय शेयर बाजार जो अभी दोपहर के तीन बजे ही बंद हो जाते है, अब इस समय को बढ़ा कर पांच बजे कर दिया जाएगा। इसका मतलब यह हुआ है कि समय बढ़ाने के बाद हर रोज बाजार सुबह नौ बजकर 15 मिनट पर खुलेगा लेकिन बंद तीन बजे के बजाय शाम के पांच बजे बंद होगा। ऐसे में इसे लेकर बाजार प्रतिभागियों से शुरुआती बातचीत जारी है।
खबर के अनुसार, स्टॉक एक्सचेंज नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) ने इक्विटी सेगमेंट में कारोबारे के समय को बढ़ाने का सोचा है और यह पहली बार नहीं है कि इसे बढ़ाने की चर्चा चल रही है। इससे पहले भी ट्रेडिंग के समय को बढ़ाने की बात की जा चूकी है। आपको बता दें कि इससे पहले बाजार पर नजर रखने वाली संस्था सेबी (SEBI) ने 2018 में इसके काम करने के समय में बदलाव किया था।
सेबी ने क्या कहा था
आपको बता दें कि पिछले ही महीने सेबी द्वारा एक एसओपी जारी किया गया था जिसमें यह कहा गया था कि शेयर बाजार में कारोबार के समय अगर किसी किस्म की परेशानी या दिक्कत आती है तो ऐसे में इससे जुड़े सभी संबंधित पक्षों को 15 मिनट के अंदर ही सूचित किया जाए। यही नहीं इश एसओपी के जरिए कुछ खास व अलग परिस्थितियों में कारोबार के समय को बढ़ाने के बारे में भी बोला गया था।
एक तरफ जहां सेबी कुछ तकनीकी गड़बड़ियों के कारण इस बात पर सहमति बना रही है कि कुछ अलग परिस्थितियों में कारोबार के समय को बढ़ाया जा सकता है। वहीं हर कोई ट्रेडिंग के समय को बढ़ाने के पक्ष में नहीं है। इस पर बोलते हुए जीरोधा के सीईओ नितिन कामथ ने कहा है कि ऐसा करने से ट्रेडर्स के ऊपर प्रतिकूल असर हो सकता है।