Indian Postal Department: 10 लोगों को डाक बीमा से मिले ₹12.5 लाख, कौन निकाल सकता है?, जानिए प्रोसेस
By सैयद मोबीन | Updated: June 27, 2023 11:42 IST2023-06-27T11:41:14+5:302023-06-27T11:42:41+5:30
Indian Postal Department: डाक विभाग के माध्यम से मिलने वाले बजाज अलायंज के 396 रुपए वाले बीमा में संलग्नित अस्पतालों में कैशलेस सुविधा का लाभ लिया जा सकता है.

कंपनियों की ओर से 10-10 लाख रुपए मृतक के परिवार के वारिसों को दिए जाते हैं.
नागपुरः भारतीय डाक विभाग की ओर से निकाले गए डाक बीमा के तहत अब तक नागपुर में 10 लोगों को 12 लाख 50 हजार रुपए तक का भुगतान किया है. इसमें एक व्यक्ति के परिवार को मृत्यु होने पर 10 लाख रुपए दिए गए जबकि अन्य में मामूली जख्मी वालों को अलग-अलग रकम का भुगतान किया गया.
डाक विभाग के माध्यम से मिलने वाले बजाज अलायंज के 396 रुपए वाले बीमा में संलग्नित अस्पतालों में कैशलेस सुविधा का लाभ लिया जा सकता है. वहीं टाटा एआईजी के 399 रुपए वाले बीमा के लिए आपको बिल पेश कर बाद में भरपाई प्राप्त करनी होगी.
₹795 में मिल रहा ₹20 लाख का बीमा
बता दें कि डाक विभाग ने टाटा एआईजी के सहयोग से वार्षिक 399 रुपए और बजाज अलायंस के साथ मिलकर 396 रुपए प्रीमियम का दुर्घटना बीमा उपलब्ध कराया है. इसका लाभ कोई भी व्यक्ति ले सकता है. दोनों कंपनियों की ओर से 10-10 लाख रुपयों का कवर मिलता है यानी पोस्ट में 795 रुपए में 20 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा मिल रहा है. यह योजना अगस्त 2022 से शुरू हुई है, जिसे अब एक वर्ष पूर्ण होने वाला है.
हादसे में मृत्यु होने पर ₹20 लाख
हादसे में मृत्यु होने पर दोनों कंपनियों की ओर से 10-10 लाख रुपए मृतक के परिवार के वारिसों को दिए जाते हैं.
स्थायी विकलांगता आने पर ₹10 लाख
हादसे के कारण स्थायी विकलांगता आने पर संबंधित व्यक्ति को दोनों कंपनियों की ओर से 10-10 लाख रुपए दिए जाते हैं.
अब तक 35 हजार ने निकाला बीमा
नागपुर में अब तक 35 हजार लोगों ने यह बीमा निकाला है. अब अनेक लोगों के बीमा को साल पूरा होता आ रहा है. ऐसे लोग डाकघर जाकर इसका नवीनीकरण भी करवा सकते हैं.
कौन निकाल सकता है बीमा?
18 से 65 साल तक का कोई भी व्यक्ति यह बीमा निकाल सकता है. इसके लिए आधार कार्ड और मोबाइल नंबर के अलावा इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (आईपीपीबी) में खाता होना जरूरी है. आप किसी भी डाकघर से इस योजना का लाभ ले सकते हैं.
हादसे में मौत होने या स्थायी विकलांगता होने पर 10 लाख रुपए का लाभ दोनों योजनाओं में मिलता है. अस्पताल में भर्ती होने पर (आईपीडी) 60 हजार रुपए मिलते हैं जबकि ओपीडी खर्च 30 हजार रुपए मिलता है. टाटा एआईजी वाले बीमा के तहत आपको बिल पेश करना होगा, जबकि बजाज अलायंज वाले में आपको टायअप अस्पताल में कैशलेस सुविधा मिलेगी.
अस्पताल में भर्ती रहने तक 10 दिनों तक प्रतिदिन एक हजार रुपए मिलेंगे. परिवार को यात्रा खर्च के तौर पर 25 हजार रुपए और अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रुपए खर्च भी मिलेगा. इसलिए इस योजना का ज्यादा से ज्यादा लोग लाभ लें और जिनके बीमा को एक साल पूर्ण हो गया है, वे डाकघर जाकर नवीनीकरण करवा लें. - जयंत दाऊ, सहायक अधीक्षक, डाक विभाग, नागपुर.