वाशिंगटन, 20 अप्रैल परामर्श सेवाएं मुहैया कराने वाली कंपनी डेलॉयट के सीईओ पुनीत रंजन ने कहा कि भारत के पास जलवायु परिवर्तन पर विश्व की अगुवाई करने का अवसर है।
गौरतलब है कि 22 और 23 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जलवायु परिवर्तन पर 40 देशों के नेताओं के आभासी सम्मेलन की मेजबानी करने वाले हैं। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे।
रंजन ने पीटीआई-भाषा को हाल में दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘जलवायु सिर्फ एक नेक काम ही नहीं है, ये एक सही कारोबार भी है। और इसलिए मेरा मानना है कि भारत के पास निश्चित रूप से जलवायु पर नेतृत्व करने का अवसर है। यह भारत के हित में है और मानवता के हित में है। हमें इस संकट का समाधान करना होगा, जो हमारे दरवाजे पर है।’’
उन्होंने कहा कि मानव जाति के सामने खड़ी इस प्रमुख चुनौती के साथ ही अवसर भी हैं, और प्रौद्योगिकी के साथ हम तापमान की इस नकारात्मक प्रवृत्ति को बदल सकते हैं।
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन से काफी हद तक सबसे गरीब प्रभावित होने वाले हैं।
रंजन ने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया में तीसरी या चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है, और यह वैश्विक मोर्चे पर नेतृत्व करने का भारत के लिए एक महान अवसर है।
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