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सितंबर में भारत के निर्यात में आई इतने फीसद की कमी, चीन अभी भी भारत का सबसे बड़ा आयातक: वाणिज्य मंत्रालय

By आकाश चौरसिया | Updated: October 13, 2023 18:01 IST

भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय ने रिपोर्ट जारी कर कहा है कि सितंबर 2023 में वित्तीय वर्ष 2022 के सितंबर महीने से 2.59 फीसद की निर्यात में कमी आई है।

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ठळक मुद्देसितंबर 2023 का 2.59 फीसद कम हुआ भारत से निर्यात- वाणिज्य मंत्रालयसाल दर साल 15 प्रतिशत की निर्यात में कमी आ गई हैजबकि व्यापार घाटा अगस्त से सितंबर 2023 इतने फीसद कम हुआ घाटा

नई दिल्ली:भारत सरकार के वाणिज्य मंत्रालय ने रिपोर्ट जारी कर कहा कि सितंबर 2023 में पिछले साल के इसी महीने के मुकाबले 2.59 प्रतिशत कम का निर्यात हुआ है। मंत्रालय के जारी किए आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल 2022 सितंबर में भारत से निर्यात कुल 35.4 बिलियन डॉलर का निर्यात हुआ।

वहीं, इस साल सिंतबर 2023 में कुल 34.47 बिलियन डॉलर का ही निर्यात हुआ है। दूसरी तरफ अगर देश में आयात को देखें तो मंत्रालय के मुताबिक उसमें साल दर साल 15 फीसद की कमी आई है। इस साल सितंबर 2023 में 53.84 बिलियन डॉलर का ही आयात के जरिए भारत में माल आया है। 

लेकिन, मंत्रालय के आंकड़ों की मानें तो व्यपारा घाटा इस महीने 19.37 बिलियन डॉलर का रहा है। चालू वित्त वर्ष से सितंबर तक के निर्यात में 8.77 प्रतिशत की कमी आई है, जो 211.4 अरब डॉलर तक जा पहुंची।  

वित्तीय वर्ष 2023-24 की पहली छमाही में भारत का आयात 12.23 फीसद घटकर 326.98 बिलियन डॉलर रह गया है। हालांकि वाणिज्य सचिव सुनील भर्तवाल ने कहा "अभी भारत और इंग्लैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौते को लेकर बातचीत चल रही है और अब हम मतभेदों को दूर करने पर काम रहे हैं"। 

सुनील भरतवाल ने आगे कहा कि पूरे निर्यात में आई कमी के बावजूद भी व्यापारिक माल के निर्यात में 1.86 फीसद की बढ़ोतरी हो रही है। इसमें पेट्रोलियम, ज्वैलरी के निर्यात में शामिल है। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि पेट्रोलियम और ज्वैलरी के समानों के निर्यात में हो रही बढ़ोतरी को भारत की आर्थिक मजबूत होगी। इसके साथ ही सचिव ने बताया कि पेट्रोलियम उत्पादों के सितंबर में निर्यात में बढ़ोतरी पर उसके मूल्य में भी कमी आई है क्योंकि क्रूड ऑयल की कीमत भी अंतरराष्ट्रीय बाजार में गिरी है। 

वित्तीय वर्ष 2023-24 के अगस्त महीने में व्यापार घाटा 24.16 बिलियन डॉलर पर रुका रहा। वहीं, सितंबर में यह घाटा 19.37 बिलियन डॉलर तक जा पहुंचा। आंकड़ों के अनुसार,  इलेक्ट्रॉनिक सामान, लौह अयस्क, दवाएं और फार्मास्यूटिकल्स, मिट्टी के सामान और पॉम ऑयल के निर्यात वित्तीय वर्ष 2024 के पहली छमाही में बेहतर परफॉर्म करने वाले चीजें हो सकती है।  

सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि चीन और भारत के बीच बिगड़ते संबंधों के बाद भी चीन भारत का सबसे बड़ा आयातक देश बना हुआ है। 

व्यापारिक घाटा क्या होता है?व्यापार घाटा तब होता है जब किसी देश के वित्त वर्ष में किए गए आयात से उसी साल में किए गए निर्यात से अधिक हो जाता है। ऐसे में व्यापार घाटे को बिजनेस का नकारात्मक संतुलन भी कहा जाता है।

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