हरियाणा में कचरे से बिजली बनाने वाली पहली परियोजना का उद्घाटन
By भाषा | Published: August 17, 2021 06:03 PM2021-08-17T18:03:07+5:302021-08-17T18:03:07+5:30
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को सोनीपत के मुरथल में राज्य की पहली कचरे से बिजली बनाने वाली परियोजना का उद्घाटन किया। परियोजना जेबीएम समूह द्वारा विकसित की गयी है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि जेबीएम एन्वायर्नमेंट मैनेजमेंट द्वारा विकसित यह संयंत्र सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत भारत की पहली एकीकृत कूड़ा करकट से बिजली बनाने वाली परियोजना है। बयान के मुताबिक हरियाणा के मुख्यमंत्री ने वेब कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से परियोजना का उद्घाटन किया। इस संयंत्र की बिजली उत्पादन क्षमता आठ मेगावाट है और यह सोनीपत-पानीपत क्लस्टर से प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले 750 टन तक ठोस कचरे को प्रसंस्कृत कर सकता है। यह परियोजना जेबीएम एन्वायर्नमेंट मैनेजमेंट द्वारा लगभग 200 करोड़ रुपये के अनुमानित निवेश से विकसित की गयी है। इसमें हर दरवाजे से कूड़ा जुटाने, उसकी ढुलाई करने, निर्माण, परिचालन और संयंत्र का रखरखाव शामिल है। जेबीएम एनवायरो ने हरियाणा सरकार के साथ इस संयंत्र को बनाने और चलाने का समझौता 2017 में किया था। जेबीएम समूह के उपाध्यक्ष निशांत आर्य ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘मेरा विश्वास है कि इस परियोजना से भारत के ठोस कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में नये मानक स्थापित होंगे। संयंत्र में सबसे बेहतर ढांचागत सुविधायें, वैश्विक स्तर की प्रौद्योगिकी और बेहतर क्षमता से काम होगा।’’ जेबीएम एनवायरो सोनीपत- पानीपत क्षेत्र में हर घर से कूड़ा उठाने का काम तीन साल से अधिक समय से कर रहा है। क्षेत्र के चार शहरों के दो लाख से अधिक घरों से प्रतिदिन कूड़ा जुटाया जाता है। 400 वाहन यह काम करते हैं जिसका लाभ क्षेत्र के 12 लाख लोगों को मिलता है।
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