बैंकों को जनता के भरोसे के लिए आंतरिक नियंत्रण लागू करें : डिप्टी गवर्नर
By भाषा | Updated: November 2, 2021 21:31 IST2021-11-02T21:31:12+5:302021-11-02T21:31:12+5:30

बैंकों को जनता के भरोसे के लिए आंतरिक नियंत्रण लागू करें : डिप्टी गवर्नर
नयी दिल्ली, दो नवंबर रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एम के जैन ने बैंकों को सार्वजनिक संसाधनों का भंडार बताते हुए मंगलवार को कहा कि उन्हें उचित संचालन मानकों का निर्माण करने और जनता के भरोसे के लायक बनने के लिए आंतरिक नियंत्रण लागू करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कॉरपोरेट गवर्नेंस किसी भी उद्यम की आधारशिला है और यह बैंकों के लिए एक अलग तरह का महत्व रखता है।
डिप्टी गवर्नर ने बिजनेस स्टैंडर्ड अखबार के एक कार्यक्रम में कहा कि सबको पता है कि बैंक अपनी सेवाओं और सेवा के क्षेत्रों के लिहाज से विशेष हैं, और वे अर्थव्यवस्था के विकास में उत्प्रेरक के रूप में काम करते हैं।
उन्होंने साथ ही कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि बैंकों को गैर-जमानती सार्वजनिक जमा राशि जुटाने का विशेषाधिकार प्राप्त है।
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