लाइव न्यूज़ :

आईजीएल, पेट्रोनेट में कुछ हिस्सेदारी बेच सकती है बीपीसीएल

By भाषा | Updated: May 25, 2021 12:53 IST

Open in App

(अम्मार जैदी)

नयी दिल्ली, 25 मई निजीकरण की प्रक्रिया से गुजर रही भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) दो गैस कंपनियों पेट्रोनेट एलएनजी और इंद्रप्रस्थ गैस (आईजीएल) में प्रवर्तक का दर्जा छोड़ने के लिए अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेच सकती है।

सूत्रों ने यह जानकारी दी। ऐसा करने से बीपीसीएल के नए मालिक को इन दोनों गैस कंपनियों के लिए खुली पेशकश लाने की जरूरत नहीं रहेगी।

बीपीसीएल के पास भारत के सबसे बड़े तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) आयातक पेट्रोनेट में 12.5 प्रतिशत और गैस विपणन कंपनी आईजीएल में 22.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बीपीसीएल दोनों सूचीबद्ध कंपनियों की प्रवर्तक है और बोर्ड में शामिल है।

मामले की जानकारी रखने वाले तीन सूत्रों ने बताया कि निवेश और लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (डीआईपीएएम) द्वारा मूल्यांकन की गई कानूनी स्थिति के अनुसार बीपीसीएल के अधिग्रहणकर्ता को पेट्रोनेट और आईजीएल में 26 फीसदी शेयरों के अधिग्रहण के लिए अल्पांश शेयरधारकों के समक्ष एक खुली पेशकश करनी होगी।

डीआईपीएएम बीपीसीएल में सरकार की पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया को संचालित कर रहा है।

ऐसा इसलिए है क्योंकि बीपीसीएल दोनों कंपनियों की प्रवर्तक है और चूंकि प्रवर्तक फर्म के स्वामित्व में बदलाव आया है, इसलिए सेबी (शेयरों के पर्याप्त अधिग्रहण और नियंत्रण) अधिनियम, 2011 के तहत एक खुली पेशकश करनी होगी।

सूत्रों ने कहा कि बीपीसीएल के लिए दोनों कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचने और प्रवर्तक की स्थिति को खत्म करने से खुली पेशकश की जरूरत खत्म हो जाएगी।

हालांकि, बीपीसीएल हिस्सेदारी बेचने के पक्ष में नहीं है और उसका कहना है कि प्रवर्तक का दर्जा और निदेशक पद छोड़ने से कंपनी के मूल्य में काफी कमी आएगी।

दूसरी ओर सरकार में सोच यह है कि पेट्रोनेट और आईजीएल के लिए खुली पेशकश की शर्त, उन बोलीदाताओं को रोक सकती है जो सिर्फ बीपीसीएल के तेल शोधन और विपणन कारोबार पर नजर गड़ाए हैं।

बीपीसीएल के प्रवक्ता ने इस खबर पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारतस्थानीय निकाय चुनावः 286 में से 212 सीट पर जीत?, अशोक चव्हाण बोले- भाजपा के 3,300 पार्षद निर्वाचित, जनवरी 2026 में 29 नगर निगमों चुनावों पर असर दिखेगा?

भारतबिहार में फाइनेंस कंपनियों के कर्ज से परेशान लोग आत्महत्या करने को मजबूर, पुलिस ने लिया गंभीरता से, ईओयू को दी कार्रवाई की जिम्मेदारी

भारतमुंबई निगम चुनावः नगर परिषद और पंचायत में करारी हार?, ठाकरे-पवार को छोड़ वीबीए-आरपीआई से गठजोड़ करेंगे राहुल गांधी?

भारतपालघर नगर परिषद में शिवसेना के उत्तम घरत ने भाजपा के कैलाश म्हात्रे को हराया और बीजेपी ने जव्हार नगर परिषद और वाडा नगर पंचायत पर किया कब्जा

भारतनगर परिषद और नगर पंचायत चुनावः MVA ने हार स्वीकार की, कहा-पैसा और निर्वाचन आयोग के कारण हारे

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारनागपुर नगर निगम चुनावः अगला महापौर भाजपा से हो, नितिन गडकरी ने कहा-विकास कार्य केवल एक ट्रेलर, "फिल्म अभी शुरू होनी बाकी है"

कारोबारPetrol, Diesel Price Today: आज के ईंधन के दाम: दिल्ली, मुंबई से लेकर पटना तक; जानें अपने शहर में पेट्रोल-डीजल के ताजा रेट

कारोबारPost Office Scheme: 1000 हजार रुपये से शुरू करें पोस्ट ऑफिस की ये स्कीम, 5 साल बाद मिलेगा 4 लाख का निवेश; जानें कैसे मिलेगा फायदा

कारोबारअब UPI और ATM से निकाल सकेंगे PF का पैसा, जानें तरीका और इसके फायदे

कारोबारखरीफ के लिए 425 करोड़ रुपए, किसानों से दलहन-तिलहन उपार्जन की केन्द्र ने दी स्वीकृति