नयी दिल्ली, दो मार्च वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद और सेवाएं उद्योग की उत्पादकता बढ़ाते हैं, लागत में कमी लाते हैं, दक्षता बढ़ाते हैं तथा बाजार का विस्तार करते हैं।
उन्होंने कहा कि भारत को अपने दम पर दुनिया के अन्य देशों के साथ जुड़ना चाहिए और यह लागत प्रतिस्पर्धी, उच्च उत्पादकता से ही संभव है। ये दोनों तभी संभव है, जब गुणवत्ता बेहतर हो।
उन्होंने उद्योग मंथन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि देश की मन:स्थिति गुणवत्ता स्वीकार करने की ओर बढ़नी चाहिए। यह देश के भविष्य के विकास और वृद्धि के लिये पूर्व शर्त है।
गोयल ने कहा, ‘‘गुणवत्ता की कभी कोई लागत नहीं होती। वास्तव में, गुणवत्ता से लागत कम होती है। यह उत्पादकता बढ़ाता है, आपको अधिक कुशल बनाता है। यह आपके बाजार का विस्तार करता है, पैमाने की मितव्ययिता देता है, आपको उत्पाद और सेवा में निरंतरता देता है तथा अपव्यय को समाप्त करता है।’’
उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) की पहल उद्योग मंथन मंगलवार को संपन्न हुआ। यह चार जनवरी को शुरू हुआ था।
इस पहल के तहत विभाग ने गुणवत्ता तथा उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिये 45 क्षेत्र केंद्रित वेबिनार का आयोजन किया।
गोयल ने कहा, ‘‘हम सुनिश्चित करेंगे कि ब्रांड इंडिया गुणवत्ता से पहचाना जाए और हम लागत प्रतिस्पर्धी तथा उच्च गुणवत्ता के उत्पाद और सेवाओं की अपनी ताकत पर दुनिया के अन्य देशों से जुड़ेंगे।
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