GST collection in July: मोदी सरकार का भरा खजाना, जुलाई में जीएसटी संग्रह 10.3 फीसदी बढ़कर 1.82 लाख करोड़ के हुआ पार

By मनाली रस्तोगी | Updated: August 2, 2024 06:56 IST2024-08-02T06:54:47+5:302024-08-02T06:56:59+5:30

GST collections surge by 10.3 per cent in July, cross Rs 1.82 lakh crore mark | GST collection in July: मोदी सरकार का भरा खजाना, जुलाई में जीएसटी संग्रह 10.3 फीसदी बढ़कर 1.82 लाख करोड़ के हुआ पार

GST collection in July: मोदी सरकार का भरा खजाना, जुलाई में जीएसटी संग्रह 10.3 फीसदी बढ़कर 1.82 लाख करोड़ के हुआ पार

Highlightsजीएसटी राजस्व में वृद्धि मजबूत घरेलू खपत और आर्थिक लचीलेपन का संकेत देती है।1,82,075 करोड़ रुपये जुलाई 2023 के 1,65,105 करोड़ रुपये से 10.3 प्रतिशत की वृद्धि।जीएसटी को 1 जुलाई, 2017 को एक खंडित अप्रत्यक्ष कर प्रणाली की जगह पेश किया गया था।

GST collection in July: जुलाई में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह 1,82,075 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो साल-दर-साल 10.3 प्रतिशत की वृद्धि है। यह जुलाई 2023 में 1,65,105 करोड़ रुपये के संग्रह के बाद है। जीएसटी राजस्व में वृद्धि मजबूत घरेलू खपत और आर्थिक लचीलेपन का संकेत देती है।

जानें प्रमुख आंकड़े और रुझान

जुलाई 2024 का संग्रह: 1,82,075 करोड़ रुपये जुलाई 2023 के 1,65,105 करोड़ रुपये से 10.3 प्रतिशत की वृद्धि।

2024 वर्ष से आज तक: कुल जीएसटी संग्रह 7.38 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो 2023 की समान अवधि में 6.70 लाख करोड़ रुपये से 10.2 प्रतिशत अधिक है।

मासिक रिकॉर्ड: अप्रैल में 2.10 लाख करोड़ रुपये का रिकॉर्ड-उच्च संग्रह देखा गया, जबकि मई और जून में क्रमशः 1.73 लाख करोड़ रुपये और 1.74 लाख करोड़ रुपये का संग्रह हुआ।

2023-24 वित्तीय वर्ष: सकल जीएसटी संग्रह कुल 20.18 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्तीय वर्ष से 11.7 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष के लिए औसत मासिक संग्रह 1.68 लाख करोड़ रुपये था, जो पिछले वर्ष के औसत 1.5 लाख करोड़ रुपये से अधिक था।

आर्थिक प्रभाव और लाभ

सकारात्मक प्रक्षेपवक्र: जीएसटी संग्रह में वृद्धि मजबूत घरेलू मांग और आयात गतिविधियों को दर्शाती है, जो वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारत की आर्थिक सुधार में योगदान दे रही है।

उपभोक्ता बचत: जीएसटी दरों में हाल के बदलावों से बालों के तेल, टूथपेस्ट, साबुन और वाशिंग पाउडर जैसी आवश्यक वस्तुओं की कीमतें कम हो गई हैं। वित्त मंत्रालय के एक अध्ययन से पता चलता है कि उपभोक्ताओं ने इन परिवर्तनों के कारण मासिक घरेलू खर्चों पर लगभग 4 प्रतिशत की बचत की है।

जीएसटी कार्यान्वयन और प्रभाव

परिचय: जीएसटी को 1 जुलाई, 2017 को एक खंडित अप्रत्यक्ष कर प्रणाली की जगह पेश किया गया था। जीएसटी व्यवस्था ने कर अनुपालन को सरल बना दिया है और व्यापक कर प्रभाव को कम कर दिया है।

प्रमुख वस्तुएं: मोबाइल फोन, रेफ्रिजरेटर और 32 इंच तक के टीवी सहित विभिन्न वस्तुओं के लिए जीएसटी दरें काफी कम कर दी गई हैं या शून्य कर दी गई हैं।

जीएसटी परिषद की भूमिका

संरचना: केंद्रीय वित्त मंत्री की अध्यक्षता वाली और सभी राज्यों के वित्त मंत्रियों वाली जीएसटी परिषद, जीएसटी ढांचे की देखरेख करती है और कर प्रशासन से संबंधित मुद्दों का समाधान करती है।

यह डेटा एक मजबूत आर्थिक दृष्टिकोण को रेखांकित करता है और कर प्रणाली को सरल बनाने और आर्थिक विकास का समर्थन करने में जीएसटी शासन के चल रहे लाभों को दर्शाता है।

Web Title: GST collections surge by 10.3 per cent in July, cross Rs 1.82 lakh crore mark

कारोबार से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे