भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष का दावा- अगले वित्त वर्ष में 6 फीसदी के दर से होगी ग्रोथ

By भाषा | Published: February 19, 2023 02:14 PM2023-02-19T14:14:15+5:302023-02-19T14:24:14+5:30

भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने बोला है। उन्होंने कहा है कि ‘‘सरकार ने पिछले आठ साल के दौरान जो सुधार किए हैं उनसे देश के पास ऊंची वृद्धि दर की राह पर बने रहने का अच्छा अवसर है। हम 2023-24 में छह प्रतिशत की वृद्धि हासिल करने में सफल रहेंगे।’’

former vice chairman NITI Aayog rajiv kumar regarding Indian economy claims growth rate 6 percent next financial year | भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष का दावा- अगले वित्त वर्ष में 6 फीसदी के दर से होगी ग्रोथ

फोटो सोर्स: ANI फाइल फोटो

Highlightsभारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने एक दावा किया है। उन्होंने कहा है कि पिछले आठ साल के दौरान नरेंद्र मोदी सरकार के सुधारों के कारण भारत ऊंची वृद्धि दर की राह पर बना रहेगा। ऐसे में उन्होंने अगले वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था को छह प्रतिशत की दर से बढ़ने का दावा किया है।

नई दिल्ली: नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने कहा है कि पिछले आठ साल के दौरान नरेंद्र मोदी सरकार के सुधारों के कारण भारत ऊंची वृद्धि दर की राह पर बना रहेगा। उन्होंने कहा कि अगले वित्त वर्ष 2023-24 में देश की अर्थव्यवस्था के छह प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। 

2023-24 में छह प्रतिशत की वृद्धि को हासिल करने में रहेंगे हम सफल- राजीव कुमार

कुमार ने आगे कहा है कि उत्तर अमेरिकी और यूरोपीय अर्थव्यवस्थाओं में एक साथ आने वाली मंदी से आने वाले समय में बड़े जोखिम सामने आएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार ने पिछले आठ साल के दौरान जो सुधार किए हैं उनसे देश के पास ऊंची वृद्धि दर की राह पर बने रहने का अच्छा अवसर है। हम 2023-24 में छह प्रतिशत की वृद्धि हासिल करने में सफल रहेंगे।’’ 

इस पर कुमार ने आगे कहा कि अर्थव्यवस्था के नीचे की ओर जाने को लेकर कई जोखिम हैं। विशेषरूप से अनिश्चित वैश्विक परिदृश्य इसकी एक प्रमुख वजह है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें इन चुनौतियों का सामना सावधानी से तैयार नीतिगत उपायों के जरिये निर्यात के प्रयासों को समर्थन देकर करना होगा। इसके अलावा हमें घरेलू के साथ विदेशी स्रोतों से निजी निवेश का प्रवाह बढ़ाना होगा।’’ 

क्या कहता है भारतीय रिजर्व बैंक का अनुमान 

आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक का अनुमान है कि 2023-24 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर 6.4 प्रतिशत रहेगी। यह संसद में पेश आर्थिक समीक्षा के अनुरूप ही है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के पहले अग्रिम अनुमान के अनुसार, 2022-23 में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर सात प्रतिशत रहने का अनुमान है। 

आर्थिक समीक्षा 2022-23 में अगले वित्त वर्ष में वृद्धि दर के 6.5 प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया गया है। ऊंची महंगाई दर को लेकर सवाल पर कुमार ने कहा कि रिजर्व बैंक ने कहा है कि वह यह सुनिश्चित करेगा कि मुद्रास्फीति नियंत्रण में रहे। उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही सर्दियों की अच्छी फसल खाद्य कीमतों को कम रखने में मदद करेगी।’’ 

चीन के साथ भारत के बढ़ते व्यापार पर क्या बोले राजीव कुमार

रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति के अनुमान को 6.7 प्रतिशत से घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है। जनवरी में भारत की खुदरा मुद्रास्फीति 6.52 प्रतिशत रही थी। चीन के साथ भारत के बढ़ते व्यापार घाटे पर एक सवाल पर कुमार ने सुझाव दिया कि भारत को चीन के बाजार में अधिक अवसर और पहुंच के लिए उसके साथ फिर से जुड़ना चाहिए। उनके अनुसार, ‘‘कई उत्पाद हैं जो हमारा देश चीन को अधिक मात्रा में निर्यात कर सकता है।’’ 

Web Title: former vice chairman NITI Aayog rajiv kumar regarding Indian economy claims growth rate 6 percent next financial year

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