नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को राज्यों की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग जारी की है। देश में कारोबारी माहौल को और बेहतर बनाने की दिशा में, बिजनेस सुधार के कार्यों की योजना को लागू करने के आधार पर राज्यों की रैंकिंग जारी की गई। इस दौरान केंद्रीय उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी कार्यक्रम में शामिल थे।
बता दें कि आंध्र प्रदेश को ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में पहला स्थान मिला है। इसके अलावा, उत्तर प्रदेश को रैंकिंग में दूसरा स्थान मिला है। इस लिस्ट में तीसरे स्थान पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तेलांगना है। इससे पहले तेलांगना दूसरे स्थान पर था, लेकिन इस बार इस स्थान पर यूपी है।
इस लिस्ट को देखने पर साफ पता चलता है कि कई राज्यों ने बेहतर प्रदर्शन किए हैं। उदाहरण के लिए हिमाचल प्रदेश 10 स्थान ऊपर आया है। 2017 में यह 17वें स्थान पर था, वहीं 2019 की रैंकिंग में यह 7वें पायदान पर पहुंच गया है।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग के उद्धेश्य व आधार-
बता दें कि इस पूरी प्रक्रिया का मकसद राज्यों के बीच प्रतिस्पर्धा को बढ़ाना और घरेलू तथा वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने के लिए कारोबारी माहौल को सुधारना है।
राज्यों को रैंकिंग कई मानकों मसलन निर्माण परमिट, श्रम नियमन, पर्यावरण पंजीकरण, सूचना तक पहुंच, जमीन की उपलब्धता तथा एकल खिड़की प्रणाली के आधार पर दी जाती है।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ये कहा-
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि कोरोना महामारी ने सभी देशों को प्रभावित किया है। पीएम नरेंद्र मोदी के आह्वान पर एक आत्मनिर्भर भारत का निर्माण हो रहा है, एक ऐसा भारत जो मजबूत होकर वैश्विक मंच पर अधिक मुखर भूमिका निभाने में सक्षम होगा।
इसके साथ ही हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि हम वर्ल्ड बैंक की डुइंग बिजनस रिपोर्ट में 2017 में 185वें स्थान पर थे और 2020 में 27वें स्थान पर पहुंच गए हैं।
कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने ये कहा-
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि हम सभी मानते हैं कि एक हाथ की मदद करके ही हम दूसरे हाथ में कुछ प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सामूहिक रूप से राष्ट्र को 2025 तक $ 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था की ओर तेजी से आगे बढ़ाने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि राज्यों की व्यावसायिक सुधार कार्य योजना हमारे राज्यों के विश्वास का प्रतिबिंब है, कि वे लोगों की समृद्धि के लिए बेहतर और काम कर सकते हैं। रैंकिंग इस प्रयास को दर्शाती है कि विभिन्न राज्य अपने सिस्टम और प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।