4 से 7 साल के अनुभव वालों को बेहतर मौका!, साल 2023-24 में कंपनियां देगी तरजीह, 77 फीसदी फर्म में होगी हायरिंग- सर्वे में खुलासा
By आजाद खान | Published: May 17, 2023 03:08 PM2023-05-17T15:08:20+5:302023-05-17T15:32:52+5:30
सर्वे में एक चौंकाने वाले खुलासा सामने आया है। इसके अनुसार, केवल 9 फीसदी ही कंपनियों ने 13 साल से ज्यादा अनुभव रखने वाले को नौकरी देने में इच्छा दिखाई है।
नई दिल्ली:भारतीय कंपनियों में इस साल भर्ती कैसी रहेगी, इसे लेकर एक सर्वे सामने आया है। सर्वे में यह कहा गया है कि पूरी दुनिया में जहां एक तरफ छंटनियों का दौर जारी वहीं दूसरी ओर भारतीय कंपनियां इस वित्त वर्ष में नई भर्तियां और रिप्लेसमेंट्स की योजना बना रही हैं। यही नहीं ये कंपनियों अपने यहां हायरिंग के लिए आशान्वित भी दिख रही है जो कि भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक अच्छा संदेश है।
सर्वे के अनुसार, इस सर्वे में शामिल होने वाले 2100 के तीन चौथाई से भी ज्यादा यानी 77% कंपनियों के एचआर अधिकारियों ने अपने यहां इस वित्त वर्ष में भर्तियों में अपनी इच्छा जाहिर की है। इससे यह साफ होता है कि आने वाले दिनों में भारत में बोरोजगारों की आंकड़ों में कुछ कमी आ सकती है।
सर्वे में क्या खुलासा हुआ है
इस सर्वे को कोलकाता की एचआर सॉल्यूशन कंपनी जीनियस कंसल्टेंट ने किया है। इसमें 2100 कंपनियों के एचआर ने हिस्सा लिया था। ऐसे में सर्वे में यह खुलासा हुआ है कि 77% कंपनियां चाहती है कि वे साल 2023-24 में भी हायरिंग करें। इसमें यह भी खुलासा हुआ है कि यह भर्तियां दक्षिण भारत और पश्चिमी भारत में सबसे ज्यादा होने वाली है क्योंकि हायरिंग में यहां की कंपनियों ने ज्यादा रुचि दिखाई है। बताया जा रहा है कि दक्षिण भारत और पश्चिमी भारत के कुल 33.30 फीसदी कंपनियों ने अपनी इच्छा जताई है।
सर्वे में यह भी बात सामने आई है कि इस साल कंपनियां उन भर्तियों पर ज्यादा जोर देगी जिन भर्तियों में आवेदन करने वाले उम्मीदवारों का अनुभव औसत हो। सर्वे में शामिल होने वाली 36.06 फीसदी कंपनियां का यह कहना है कि वे अपने यहां नौकरी के लिए ऐसे उम्मीदवारों की तलाश करेगी जिनका अनुभव चार साल से सात साल के बीच का हो। यही नहीं केवल 9 फीसदी कंपनियों ने 13 साल से ज्यादा अनुभव वालों को नौकरी देने की बात कही है।
सर्वे में इन सेक्टरों ने लिया था हिस्सा
बता दें कि इस सर्वो को 12 से 15 अप्रैल के बीच किया गया था जिसमें हर सेक्टर की कंपनियों ने हिस्सा लिया था। सर्वे में बैंकिंग फाइनेंस, कंस्ट्रक्शन और इंजीनियरिंग, एडुटेक, एफएमसीजी, हॉस्पिटैलिटी, एचआर सॉल्यूशन, आईटी, आईटीईएस, बीपीओ, लॉजिस्टिक्स, मैन्युफैक्चरिंग, मीडिया, ऑयल एंड गैस, फार्मा और मेडिकल, पावर एंड एनर्जी, रियल एस्टेट, रिटेल, टेलीकॉम, ऑटो एंड एंसिलरी जैसे सेक्टर की कंपनियां शामिल हुईं थी।