भोपालः मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा में नक्सलवाद के खात्म पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने विपक्ष के सवालों के बीच कहा कि डाकू की बात की थी। वो भी आपसे नहीं मरे थे। मारे तो हमने ही थे, खत्म तो हमने ही किए थे। चलो कोई बात नहीं। डाकू पुरानी बात हो गई। लेकिन, नक्सलवादी तो इसी महीने मारे। हमने एक साल में 13 नक्सलवादियों का खात्मा किया है। ये हमारी सरकार का दम है। इसमें आपका भी सहयोग है, क्योंकि आप भी हमारे सदन के सदस्य हैं। आपके हमारे सभी के सहयोग से आज लाल सलाम को आखिरी सलाम करके हमने कांग्रेस के मंत्री को मारने का सबसे बड़ा बदला लिया। ये हमारे लिए सौभाग्य की बात है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि नक्सलवादी तो नक्सलवादी होता है। उसकी किसी से दोस्ती नहीं हो सकती।
बड़े दुर्भाग्य के साथ बोलना पड़ेगा कि कांग्रेस के तत्कालीन मुख्यमंत्री का मंत्री मर जाए और कोई बदला न ले, ये मध्यप्रदेश के लिए कलंक था। हमें गर्व है कि हमने वह कलंक धोकर दिखाया। ये हमारे सशस्त्र बल-पुलिस बल-आम जनता के लिए-सदन से सभी सदस्यों के लिए गौरव की बात है। मुझे गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहिए कि उनके सक्रिय मार्गदर्शन से हमने डेड लाइन से पहले नक्सलवाद को खत्म कर दिया। आज हम बताते हैं कि नक्सलियों के खात्म के लिए हमने क्या मॉडल बनाया।
साल 2024-25 में 16 मुठभेड़ें हुईं। इन 16 मुठभेड़ों में शहीद हुए करीब 48 जवानों-अफसरों के प्रति हमारा श्रद्धा का भाव है। उनके बलिदान के कीमत पर हमने अपने इस अभियान को सफल बनाया। जिन्होंने जान की बाजी लगाकर नक्सलवाद के खात्म के दिन दिखाया, हमें उन्हें श्रद्धांजलि देनी चाहिए।
नक्सलियों के पास थे इतने खतरनाक हथियार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पुलिस बल ने नक्सलवादियों से जो हथियार बरामद किए, वो पाकिस्तान की सेना जैसे थे। इन हथियारों में एके-47, एसएलआर, इंसास, रायफल जैसे हथियार शामिल थे। कुख्यात नक्सली सुरेंद्र कबीर, राकेश ओडी ऐसे दुर्दांत आतंकवादी जिन पर 75-75 लाख रुपये का इनाम था, वो हमने सरेंडर कराए। 11 दिसंबर की तारीख मध्यप्रदेश के इतिहास में अमर हो गई। हमने इस दिन नक्सलवाद का प्रदेश से खात्मा कर दिया।
कोदो कुटकी को एमएसपी पर हमारी सरकार ने खरीदा, हम एक हजार रुपये बोनस भी दे रहे : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा के विशेष सत्र में कहा कि कोदो-कुटकी फसल को एमएसपी पर खरीदने का काम हमारी सरकार ने किया। हम न केवल कोदो के लिए 2500 और कुटकी के लिए 3500 रुपये दे रहे हैं, बल्कि एक हजार का बोनस अलग से दे रहे हैं। हम श्रीअन्न को अधिकतम बढ़ावा देना चाहते हैं। कोदो-कुटकी पर लिया गया निर्णय हमारे आदिवासी भाई-बहनों के साथ मध्यप्रदेश की समृद्धि में बड़ी भूमिका अदा करेगा।
2047 तक प्रति व्यक्ति आय को 22 लाख 50 हजार रुपये करेंगे : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा के विशेष सत्र में कहा कि राज्य में प्रति व्यक्ति सालाना आय साल 2002-03 तक 11 हजार रुपये सालाना थी। मध्यप्रदेश 1956 में बना। इन 55 वर्षों में प्रति व्यक्ति सालाना आय महज 11 हजार रुपये। मुझे गर्व है कि आज राज्य की प्रति व्यक्ति आए 1 लाख 56 हजार रुपये है। यह हमारी ग्रोथ रेट है। 2047 तक इस आय को 22 लाख 50 हजार रुपये करने का हमारा संकल्प है। हम जब राज्य की बेहतरी की बात कर गरीब से गरीब आदमी के सपनों को पूरा करेंगे, उसे आर्थिक रूप से संपन्न करेंगे।
सिंचाई का रकबा 100 लाख हेक्टेयर करेंगे, किसान की आय डबल करेंगे: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा के विशेष सत्र में कहा कि हम किसानों की आय डबल करने के लिए किसान की खेती का रकबा भी बढ़ा रहे हैं। साल 2002-03 तक सिंचाई का रकबा केवल साढ़े सात लाख हेक्टेयर था। जब हमारी सरकार बनी, तब सिंचाई का रकबा लगभग 42 लाख हेक्टेयर था। मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि आज सिंचाई का रकबा 52 लाख हेक्टेयर के आसपास है। हमारी सरकार ने 5 साल के अंदर सिंचाई के रकबे को 100 लाख हेक्टेयर करने का संकल्प लिया है।