नई दिल्लीः केंद्र सरकार ने मंगलवार को घोषणा की कि आयकर रिटर्न दाखिल करने की समय सीमा 15 मार्च, 2022 तक बढ़ा दी गई है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने आज विकास की जानकारी दी।
टैक्स रिटर्न दाखिल करने के साथ-साथ ऑडिट रिपोर्ट दाखिल करने की समय सीमा भी बढ़ा दी गई है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड ने कहा कि कोविड और ओमीक्रोन को देखते हुए यह फैसला किया गया है।आयकर विभाग ने चालू वित्त वर्ष में अब तक 1.50 लाख करोड़ रुपये का कर रिफंड जारी किया है।
वित्त वर्ष 2020-21 के लिये कर ऑडिट रिपोर्ट और ‘ट्रांसफर प्राइसिंग ऑडिट’ रिपोर्ट जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ाकर 15 फरवरी कर दी गयी है। यह तीसरा मौका है जब कंपनियों के लिये वित्त वर्ष 2020-21 को लेकर आयकर रिटर्न भरने की समयसीमा बढ़ायी गयी है। मूल रूप से कंपनियों के लिये आयकर रिटर्न जमा करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर थी।
वहीं ‘ट्रांसफर प्राइसिंग’ सौदों के लिये रिपोर्ट जमा करने की तारीख 30 नवंबर थी। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में कहा कि कोविड और विभिन्न ऑडिट रिपोर्ट को इलेक्ट्रॉनिक रूप से जमा करने में करदाताओं और अन्य संबंधित पक्षों को होने वाली कठिनाइयों को देखते हुए वित्त वर्ष 2020-21 (आकलन वर्ष 2021-22) के लिये आयकर रिटर्न तथा विभिन्न ऑडिट रिपोर्ट जमा करने की अंतिम तिथि बढ़ायी गयी है।
विभाग ने जानकारी दी। इसमें से 21,323.55 करोड़ रुपये के 1.1 करोड़ रिफंड आकलन वर्ष 2021-22 के लिए किए गए हैं। आयकर विभाग ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक अप्रैल, 2021 से तीन जनवरी, 2022 तक 1.48 करोड़ करदाताओं को 1,50,407 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया है।’’ विभाग ने कहा कि 1.46 करोड़ मामलों में 51,194 करोड़ रुपये का जमा आयकर लौटाया गया है, जबकि 2.19 लाख मामलों में 99,213 करोड़ रुपये का कॉरपोरेट कर वापस किया गया है।