बिहार बजट: 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ का बजट पेश, जानिए महिलाओं और युवाओं को क्या मिला, बड़ी बातें
By एस पी सिन्हा | Published: February 22, 2021 06:38 PM2021-02-22T18:38:15+5:302021-02-22T18:39:42+5:30
Bihar Budget 2021: बिहार विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 2 लाख 18 हजार 302.70 करोड़ का बजट पेश किया गया। इस बार सुशील मोदी नहीं उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने पेश किया।
Bihar Budget 2021: बिहार सरकार की ओर से वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट वित्त मंत्री और उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद ने सदन में पेश किया।
वर्ष 2021-21 कुल बजट का आकार 2 लाख 18 हजार 302.70 करोड़ का है। कोरोना काल में पेश होने वाला यह बजट कई मायने में बेहद खास है। बजट भाषण के आरंभ में ही उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी की कविता पढ़ी, जो बाधाओं से जूझने के लिए प्रेरित करती हैं- 'बाधाएं आती हैं आएं..कदम मिलाकर चलना होगा।'
उन्होंने पहली बार बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार के प्रयासों से हम आर्थिक संकट से बाहर निकल पाए हैं। कोरोना अभी टला नहीं है, विपत्तियों से हम घबराते नहीं हैं। अंधकार के बाद नया सवेरा आता है। इस बार का बजट 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपये का है, जिसमें विकास योजना मद में 1,00518.86 करोड़ रुपये एवं स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय मद में 1,17,783.84 करोड़ रुपये है।
तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि सरकार को इस साल 2 लाख 18 हजार 502 करोड़ 70 लाख की अनुमानित आय की प्राप्ति होगी। बिहार का बजट पेश करते हुए उन्होंने कहा कि यह बजट सर्वांगीण विकास का बजट है। उन्होंने महिलाओं के लिए विशेष योजना लाने की बात कही।
सात निश्चय योजना के लिए 4671 करोड़
इसके अलावा उन्होंने कहा कि बजट में सात निश्चय योजना के लिए 4671 करोड़ सात निश्चय पार्ट-2 के लिए स्वीकृत किए गए हैं। कोरोना की मुश्किलों के बावजूद आम लोगों को राहत देते हुए किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगाया गया है। पिछले साल से यह सात हजार करोड़ रुपये ज्यादा का बजट है। वित्तीय वर्ष 2020-21 में बिहार का बजट दो लाख 11 हजार करोड़ रुपये का था।
बजट भाषण में कहा कि सरकार महिलाओं को नौकरियों में 35 फीसद आरक्षण पहले से दे रही है। उन्होंने माना कि इसके बावजूद नौकरियों में महिलाओं की संख्या कम है, जिसे बढ़ाया जाएगा। सरकारी दफ्तरों खास कर क्षेत्रीय प्रशासन, पुलिस थाना में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई जाएगी।
उन्होंने महिलाओं के स्वरोजगार को लेकर भी कई घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए विशेष योजना लाई जाएगी। उन्हें अधिकतम पांच लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त पांच लाख मात्र रुपये तक की राशि एक फीसद ब्याज पर दी जाएगी।
शिक्षा के लिए 38035 करोड़ का बजट
इस बार शिक्षा के लिए 38035 करोड़ का बजट में प्रावधान किया गया है। इंटर पास अविवाहित लड़कियों को 25 हजार रुपये और स्नातक पास लड़कियों को 50 हजार रुपये दिए जाएंगे। साथ ही वित्त मंत्री ने ऐलान किया है कि बिहार में एक मेडिकल यूनिवर्सिटी और एक अभियंत्रण विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी।
बजट का सबसे मजबूत पक्ष है महिला सशक्तिकरण। इसके लिए राज्य सरकार ने कई योजनाएं लाने की घोषणा की है, महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए खजाना खोला गया है। कोई महिला अगर अपना उद्योग लगाना चाहे तो उसे पांच लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा।
हर जिले में मेगा स्किल खोला जाएगा
साथ ही अतिरिक्त पांच लाख रुपये का ऋण ब्याज मुक्त दिया जाएगा। इसके लिए उद्योग विभाग में दो सौ करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है।अगले चार वर्षों में सात निश्चय-2 की योजनाओं पर काम होगा। युवा शक्ति बिहार की प्रगति' के तहत पुराने और नए आईटीआई संस्थानों को आधुनिक बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि बिहार उद्यमिता को बढ़ावा दिया जाएगा, बिहार के हर जिले में मेगा स्किल खोला जाएगा और प्रशिक्षण की गुणवत्ता सुधारने पर जोर दिया जायेगा।
5 जिलों में फार्मेसी कॉलेज खोले जाएंगे
उच्चस्तरीय फोर एक्सीलेंस का निर्माण कराया जाएगा। युवाओं को रोजगार में आसानी होगी। हर प्रमंडल में टूल रूम बनाया जाएगा। युवाओं को तकनीकी शिक्षा हिंदी में दिलवाने का प्रयास किया जाएगा। 20 लाख से ज्यादा रोजगार के नए अवसर सृजित किये जाएंगे। 5 जिलों में फार्मेसी कॉलेज खोले जाएंगे। राज्य में एक और नए इंजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना की जाएगी, हर जिले में मेगा स्किल सेटर बना युवाओं के रोजगार के लिए मौके बढाए जाएंगे. वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार में मछलीपालन को इतना बढ़ाया जाएगा कि यहां की मछली दूसरे राज्यों में जाएगी।
संतुलित बजटः सीएम नीतीश
वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बजट का स्वागत करते हुए इसे संतुलित बजट बताया, उन्होंने कहा कि यह बजट सभी वर्गों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, वर्ष 2005 से अब तक राज्य की अर्थव्यवस्था में विकास दर डबल डिजिट में रही है, उसे यह बजट और गति देगा।
कोरोना काल में जिस तरीके से राज्य सरकार ने काम किया, इसका जिक्र उप मुख्यमंत्री ने किया है, कोरोना काल में तमाम चुनौतियों के बावजूद भी किस तरीके से नितीस सरकार ने काम किया, वित्त मंत्री ने इसकी पूरी जानकारी दी और उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है।
झूठ का पुलिंदाः तेजस्वी यादव
जबकि बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा की पूरा बजट झूठ का पुलिंदा पेश किया गया है, इसमें पढ़ाई, कमाई, सिंचाई और दवाई का कहीं जिक्र नहीं है। उन्होंने कहा की बजट में सात निश्चय पार्ट- 2 की बात की गई है, लेकिन एक इंडस्ट्री कारखाने की बात नहीं की गई. जूट मिल, चीनी मिल किसी का भी जिक्र नहीं हुआ।
फूड प्रोसेसिंग यूनिट, मकई और मखाना इन सब चीजों का कहीं चर्चा नहीं किया गया है, उन्होंने कहा की बजट के शुरुआती समय में कोरोना वायरस की बात की गई, जिसमें सिर्फ झूठ ही झूठ नजर आया. कोरोना काल में जितना भ्रष्टाचार और फर्जी डाटा के साथ सरकार ने काम किया। शायद ही देश में ऐसा काम किसी सरकार ने किया हो।
उन्होंने कहा की स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी लाएंगे, वह हमारे संकल्प में था, लेकिन स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी लाने की बात राजगीर में की गई, स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी पर काम महागठबंधन की सरकार में किया गया, तेजस्वी ने कहा की बिहार सरकार कोर्ट के आदेश के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं देती है, बजट में पूरे तरीके से बिहार को ठगने और झूठ परोसने का काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा की पूरा बजट जुमलेबाजी है।