टिकाऊ वृद्धि हासिल करने के लिए बैंकों को हरित ऋण में तेजी लाने की जरूरत: एसबीआई प्रमुख
By भाषा | Updated: October 7, 2021 21:17 IST2021-10-07T21:17:53+5:302021-10-07T21:17:53+5:30

टिकाऊ वृद्धि हासिल करने के लिए बैंकों को हरित ऋण में तेजी लाने की जरूरत: एसबीआई प्रमुख
नयी दिल्ली, सात अक्टूबर (भाषा भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के चेयरमैन दिनेश खारा ने बृहस्पतिवार को कहा कि बैंक हमेशा से भारत की आर्थिक वृद्धि की रीढ़ रहे हैं और देश के टिकाऊ वृद्धि की ओर बढ़ने के साथ ही बैंक क्षेत्र को हरित ऋण में तेजी लानी होगी।
उन्होंने कहा कि भारत के वित्तीय क्षेत्र को हरित वित्त के महत्व और लाभों के बारे में संवेदनशील बनाने की जरूरत बढ़ रही है।
खारा ने इंडिया लीडरशिप अवार्ड में कहा, ‘‘भारत में हरित वित्त की एक औपचारिक परिभाषा से हरित क्षेत्रों के वित्त पोषण की अधिक सटीक निगरानी हो सकेगी, जिससे आगे चलकर इस क्षेत्र में सार्वजनिक और निजी निवेश को बढ़ाने के लिए एक संस्थागत तंत्र बनाने में मदद मिलेगी।’’
उन्होंने सुझाव दिया कि भारत की हरित वित्त परिभाषा अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों, हितधारकों के विचार और हरित आर्थिक गतिविधियों के सिद्धांतों के संयोजन से तैयार की जा सकती है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।